लखनऊ: उत्तर प्रदेश की जेलों में बंद कैदियों को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की लिखी कविताएं और उनकी जीवनी सुनाई जा सकती हैं ताकि वे अटल जी के जीवन से प्रेरणा लेकर मुख्यधारा में शामिल होने के लिए प्रेरित हों.

प्रदेश के जेल राज्य मंत्री जय कुमार सिंह जैकी ने कहा, ‘‘मैं मुख्यमंत्री (योगी आदित्यनाथ) से कहूंगा कि उत्तर प्रदेश की जेलों में कैदियों के बीच में अटल जी की जीवनी और उनकी कविताएं सुनाई जाएं. मुझे पूरा भरोसा है कि प्रदेश के बंदी अगर उनकी कविताओं और जीवनी से प्रेरणा लेंगे तो वे अपराध को छोड़कर समाज की मुख्यधारा से जुड़ जाएंगे.'

पिछले साल दिसंबर में वाजपेयी की 93 वीं वर्षगांठ के मौके पर योगी सरकार ने प्रदेश की विभिन्न जेलों से 93 कैदियों को रिहा किया था. ये वो कैदी थे जिन्होंने अपनी सजा तो पूरी कर ली थी लेकिन अर्थदंड न चुका पाने के कारण जेलों में बंद थे.

एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश की 71 जेलों में करीब 98 हजार कैदी और बंदी हैं. इनमें सजायाफ्ता और जिन पर मुकदमे चल रहे हैं दोनो शामिल हैं.

बता दें कि अटल बिहारी वाजपेयी का लंबी बीमारी के बाद 16 अगस्त को निधन हो गया.भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी पंचतत्व में विलीन हो गए. अटल बिहारी वाजपेयी का अंतिम संस्कार दिल्ली के राष्ट्रीय स्मृति स्थल पर किया गया.