लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियां आगरा में उनके पैतृक गांव बटेश्वर में यमुना नदी में विसर्जित की. आदित्यनाथ हेलीकॉप्टर से बटेश्वर पहुंचे और बाद में रानी घाट गए, जहां जिला प्रशासन ने व्यापक इंतजाम किए थे.
उन्होंने पहले नदी किनारे मंदिर में पूजा की और फिर अस्थियां प्रवाहित की. वाजपेयी के दामाद रंजन भट्टाचार्य भी राज्य के चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन के साथ मौजूद थे.
जिला अधिकारी ने कहा, "आदित्यनाथ उस घर में भी गए, जहां वाजपेयी ने अपना बचपन बिताया था. 60 स्क्वायर यार्ड के उनके घर को स्मारक और संग्रहालय बनाया जाएगा.
अधिकारी ने कहा,"यहां एक छोटा पर्यटक सर्किट बनाया जाएगा, जिसके तहत यज्ञशाला, पार्क और कई मंदिर बनाए जाएंगे."
बता दें कि आज ही लखनऊ की महापौर संयुक्ता भाटिया ने ने कार्यकारिणी सदस्यों, सभी पार्षदों एवं लखनऊ की जनता की इच्छाओं को ध्यान में रखते हुए आज हज़रतगंज चौराहे के नाम अटल चौक रखने की आधिकारिक घोषणा की. नगर निगम कार्यकारिणी की बैठक में भाजपा पार्षद दल के साथ-साथ सम्पूर्ण विपक्ष के पार्षदों ने हज़रतगंज चौराहे के नाम बदलकर अटल चौक रखने की सहमति जताई थी. सभी पार्षदों ने अटल बिहारी बाजपेई के नाम पर लखनऊ के विभिन्न सड़क, मार्ग, चौराहों, पार्क आदि के नामकरण के लिए प्रस्ताव भेजा था.
इसके अलावा स्मृति उपवन का नाम अटल स्मृति उपवन रखा जाएगा जिसमें उनकी 51 कविताएं होंगी, उनके भाषण समेत तमाम चीज़े होंगी जिससे लोग वहां जाए और कुछ सीख कर आयें. वही उन्होंने बताया कि इसके साथ ही भव्य स्मारकों के निर्माण और तमाम विकास परियोजनाओं को भी उनका नाम देने की तैयारी भी शुरू हो रही है जोकि धीरे-धीरे होगा.