कानपुर: असदुद्दीन ओवैसी अपनी पार्टी AIMIM का उत्तर प्रदेश में जनाधार बढ़ाने की कोशिशें कर रहे हैं. आने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारियों में सभी पार्टियां लगी हुई हैं . AIMIM उत्तर प्रदेश में पहली बार 2019 का लोकसभा चुनाव पूरे दमखम के साथ लड़ने जा रही है. बीते चार साल से AIMIM ने अपनी जमीन तैयार की है. पार्टी के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी बहुत ही जल्द एक सभा कर प्रदेश भर के कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र देंगे. इसके साथ ही चुनावी रणनीति तय करेंगे. गठबंधन को लेकर AIMIM ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं. लेकिन जानकारी के मुताबिक AIMIM अकेले चुनाव लड़ सकती है.

दिलचस्प हो जाएगा लोकसभा चुनाव

ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन पार्टी का आने वाले लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में एंट्री करने से चुनाव और भी दिलचस्प हो जाएगा. बहुत ही जल्द असदुद्दीन ओवैसी उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलो में रैली करके प्रदेश की जनता को जोड़ने का काम करेंगे. तीन तलाक, विकास, धर्म, जातिवाद, शिक्षा, परिवारवाद, भाईवाद, किसानों की समस्या जैसे मुद्दों पर पार्टी जनता के बीच जाएगी. AIMIM के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली विभिन्न जनपदों में जाकर संगठन को मजबूत करने में जुटे हैं.

एसपी-बीएसपी गठबंधन को मिल सकती है कड़ी टक्कर

अभी तक की जानकारी के मुताबिक AIMIM उत्तर प्रदेश में अकेले लोकसभा चुनाव लड़ेगी. AIMIM अगर अकेले चुनाव लड़ेगी तो सबसे अधिक नुकसान एसपी-बीएसपी के गठबंधन को होगा.  इसका फायदा सीधे तौर पर बीजेपी को होगा. बीजेपी भी यही चाहती है कि AIMIM उत्तर प्रदेश में अकेले ही चुनावी मैदान में उतरे.

गठबंधन को लेकर AIMIM ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं

AIMIM के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली के मुताबिक उत्तर प्रदेश में हमारी पार्टी ने बहुत ही कम समय में अपनी पहचान बनाई है. लोकसभा चुनाव में हमारी पार्टी गठबंधन पर विचार करेगी, लेकिन किससे गठबंधन होगा यह बात पार्टी के मुखिया ही तय करेंगे. समाजवादी पार्टी से हमारा गठबंधन नहीं हो सकता है, बीते 2017 के विधानसभा सभा चुनाव में एसपी ने हमारे साथ सौतेला व्यव्हार किया था.

 AIMIM के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने कहा- हम लोगों ने हिम्मत नहीं हारी है

असदुद्दीन ओवैसी की दो दर्जन से अधिक जनसभाओं को एसपी के निर्देश पर जनसभा करने की अनुमति नहीं दी गयी थी. अगर ओवैसी की जनसभा होती तो हमारी पार्टी के माहौल बनता था. जिन विधानसभा सीटों पर हम दूसरे और तीसरे नंबर रहे थे उनमे हमारी जीत तय थी. चुनाव के अंतिम दौर पर जब पार्टी ने चुनाव आयोग से शिकायत की तब जाकर हमें प्रदेश में जनसभा करने की अनुमति मिली थी. विधानसभा चुनाव में हमें एक भी सीट पर जीत नहीं मिली लेकिन हम लोगों ने हिम्मत नहीं हारी है. लोकसभा चुनाव में परिणाम अलग होंगे.

गंगा जमुना तहजीब  साथ लेकर चल रही है पार्टी

हमारी तैयारी जमीनी स्तर पर चल रही है, हम लोग घर-घर जाकर मतदाताओं के सामने अपनी बात रख रहे हैं. उन्होंने कहा कि चुनाव में हमारी पार्टी ट्रंप कार्ड साबित होगी, हमारे साथ सभी समुदाय और वर्ग, जाति के लोग जुड़ रहे है. सामान विचारधारा के कार्यकर्ता है हम गंगा जमुना तहजीब को साथ लेकर चल रहे हैं. ध्रुवी करण करने वालों और सेकुलर के नाम पर राजनीती करने वालों की सच्चाई सामने लाने का प्रयास कर रहे हैं.

AIMIM के जिलाध्यक्ष मो नाशिर के मुताबिक 2017 में हुए निकाय चुनाव में हमने हमने जीत हासिल की है. हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं को पार्षद चुना गया है. हम लोग उसी थीम में लोकसभा चुनाव भी लड़ेगे, बूथ स्तर,वार्डो और गांवो में जाकर हम तैयारी कर रहे हैं. बड़ी संख्या में युवा पार्टी के कार्यकर्ता बने हैं.