नई दिल्ली: आंध्र प्रदेश सरकार ने तिरुमाला के प्रसिद्ध बालाजी मंदिर में दर्शन फिर से शुरू करने की इजाजत दे दी है लेकिन इसके लिए दो लोगों को बीच छह फीट की दूरी जरूरी होगी. कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते संक्रमण के चलते सभी तरह के धार्मिक स्थलों, उद्योग, धंधों को बंद कर दिया गया था. बता दें कि पूरे देश में 25 मार्च से ही लॉकडाउन है. अब तक लॉकडाउन के चार चरण पूरे हो चुके हैं. पांचवा चरण शुरू हो चुका है जिसे अनलॉक 1.0 नाम दिया गया है.


इससे पहले कर्नाटक और पश्चिम बंगाल सरकार ने मंदिर खोलने के आदेश दिए थे. वो भी तब जब दोनों राज्यों में मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. कर्नाटक में मंदिरों को खोलने की मांग के साथ हिन्दू कार्यकर्ताओं ने राज्य के मदुरै और तिरूचि में प्रदर्शन किया था. उनका कहना था कि सरकार अब मंदिरों को खोलने की इजाजत दे.


कर्नाटक सरकार ने 1 जून से मंदिरों को खोलने का निर्णय लिया था. हालांकि, इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना जरूरी होगा. मंदिरों के पुजारी और भक्त दोनों ही लगातार मंदिर खोलने की मांग कर रहे थे. कर्नाटक में करीब 34,500 मंदिर हैं.


ढाई माहीने लंबे लॉकडाउन के बाद मथुरा व वृन्दावन के मंदिर अब 8 जून से भक्तों के दर्शनार्थ खोल दिए जाएंगे. सरकार द्वारा लॉकडाउन की प्रक्रिया में आमूल-चूल परिवर्तन किए जाने और नए दिशा-निर्देशों के अनुसार 8 जून से मंदिर-देवालयों को नियमों का अनुपालन करते हुए खोला जाना संभव हो सकेगा.


ब्रज के प्रसिद्ध द्वारिकाधीश मंदिर के विधि एवं मीडिया प्रभारी राकेश तिवारी एडवोकेट ने बताया कि केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार मंदिर के पट 8 जून से खुलेंगे. कपाट खुलने के बाद भक्तों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना और मास्क लगाना अनिवार्य होगा. साफ सफाई का भी विशेष ध्यान रखा जाएगा.



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