गोरखपुर: मधुमिता शुक्ला हत्याकांड में आजीवन कारावास की सजा काट रहे पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी को कल देर शाम तबीयत खराब होने की वजह से जेल प्रशासन ने बाबा राघवदास मेडिकल कॉलेज गोरखपुर में भर्ती कराया है. उन्हें मेडिसिन विभाग के आईसीयू में भर्ती किया गया है. उनका शुगर लेवल और ब्लड प्रेशर बढ़ा हुआ हुआ है. उन्हें पैर की नसों में स्वेलिंग की वजह से दिक्कत है.


बता दें कि अमरमणि त्रिपाठी उत्तर प्रदेश के नौतनवा से चार बार विधायक चुने गए थे. त्रिपाठी मुलायम सिंह की सरकार में यूपी के कैबिनेट मिनिस्टर भी थे. इस समय वो और उनकी पत्नी मधुमनि त्रिपाठी मधुमिता शुक्ला मर्डर केस में सजा काट रहे हैं. अमरमणि को सितंबर 2003 में मर्डर केस में गिरफ्तार किया गया था और अक्टूबर 2007 में उन्हें उम्र कैद की सजा सुनाई गई थी. 9 मई 2003 को मधुमिता शुक्ला का मर्डर हुआ था. बताया जाता है कि अमरमणि त्रिपाठी का मधुमिता शुक्ला से प्रेम संबंध था. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ये बात सामने आई थी कि मौत के समय मधुमिता के पेट में सात महीने का बच्चा था.


बेटा भी है हत्या का आरोपी


अमरमणि त्रिपाठी का बेटा अमनमणि त्रिपाठी अपनी पत्नी के हत्या का आरोपी है. अमनमणि की शादी साल 2013 में लखनऊ की सारा सिंह के साथ हुई थी. नौ जुलाई साल 2015 को अमनमणि के साथ लांग ड्राइव पर जाते वक्त सारा की मौत सड़क हादसे में हो गई थी.


सारा की मौत के बाद उनके परिवार वालों ने इसे हादसे के बजाय क़त्ल बताते हुए पति अमनमणि पर ही आरोप लगाए थे. सारा की रहस्यमयी मौत की जांच बाद में सीबीआई को ट्रांसफर कर दी गई थी. सीबीआई ने अमनमणि को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था और उनके खिलाफ अदालत में चार्जशीट भी दाखिल की थी.


फिलहाल अमनमणि जमानत पर जेल से बाहर है और वो नौतनवा सीट से निर्दलीय विधायक है. अमनमणि कुछ दिन पहले आयुष सिंघल नाम के एक शख्स की जमीन कब्जा करने को लेकर सुर्खियों में थे. शख्स ने आरोप लगाया था लखनऊ में उसकी साढ़े 22 एकड़ जमीन अमरमणि त्रिपाठी और उनके विधायक बेटे अमनमणि त्रिपाठी ने कब्जा ली है. इसी की फरियाद लेकर वो सीएम योगी आदित्यनाथ के पास पहुंचा था लेकिन वहां से उसे धक्के मार कर बाहर निकाल दिया गया था.