इलाहाबाद : पिछले पांच दिनों से जारी ट्रांसपोर्टरों की देशव्यापी हड़ताल का संगम नगरी इलाहाबाद में भी ज़बरदस्त असर देखने को मिल रहा है. ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल का प्रभाव अब तेजी से रोजमर्रा के सामानों की कीमतों पर पड़ने लगा है. हड़ताल की वजह से इलाहाबाद में सब्जियों और फलों के दाम दोगुने तक बढ़ गए हैं. हड़ताल की वजह से यहां पिछले पांच दिनों से न तो बाहर से सब्जियां आ पा रही हैं और न ही फल.
माल घटने से व्यापारी इन्हे अब मुंहमांगी कीमतों पर बेच रहे हैं. स्थानीय छोटे किसान जो सब्जियां लेकर मंडी पहुंच रहे हैं, उन्हें मुनाफाखोर व्यापारी मनमाने दाम पर बेंच रहे हैं. सब्जियों के साथ ही फलों की कीमतों पर भी ख़ासा असर पड़ा है और उसके दाम भी बढ़ गए हैं. इससे लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
ट्रांसपोर्टरों की यह हड़ताल पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोत्तरी और ट्रांसपोर्ट यूनियन से जुड़ी दूसरी समस्याओं को लेकर है. बीस जुलाई से शुरू हुई हड़ताल का आज पांचवां दिन है. ट्रांसपोर्टरों की देशव्यापी हड़ताल का संगम नगरी इलाहाबाद में भी ज़बरदस्त असर देखने को मिल रहा है.
इलाहाबाद में तकरीबन बीस हजार ट्रकों के पहिए थम गए हैं. हड़ताल के दौरान इलाहाबाद के ट्रांसपोर्टर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर जमकर नारेबाजी कर रहे हैं. आल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्टर कांग्रेस के आवाहन शुरू हुई ट्रांसपोर्टरों की यह हड़ताल बेमियादी है. हालांकि दवा - दूध और सब्जियों जैसी ज़रूरी सेवाओं को हड़ताल से अलग रखा गया है, लेकिन इसके बावजूद इन पर असर पड़ना शुरू हो गया है.