मुजफ्फरनगर: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने यूपी के शामली जिले के कैराना से उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए प्रचार अभियान शुक्रवार को शुरू किया.

अल्पसंख्यकों के अधिकारों की वकालत

अपने विवादित बयानों के लिए जाने जाने वाले ओवैसी ने राज्य में लोकप्रिय राजनीतिक दलों, विशेष रूप से सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी पर निशाना साधा कि वे ‘‘सिर्फ चुनावों के दौरान ही अल्पसंख्यकों के अधिकारों की वकालत करते हैं.’’

कैराना में एक चुनावी रैली में एआईएमआईएम प्रमुख ने कहा, ‘‘सभी दलों ने उत्तर प्रदेश में अल्संख्यकों, पिछड़ा वर्ग और वंचित तबके के महज वोट बैंक के रूप में देखा है.’’ सत्तारूढ़ पर चुटकी लेते हुए, उन्होंने कहा, ‘‘एक पार्टी जो खुद अपने परिवार से लड़ रही है, हमसे कैसे लड़ सकती है?’’

अल्पसंख्यकों के दिलों में ‘‘बीजेपी लहर’’ का डर

ओवैसी ने कहा, ‘‘मुलायम सिंह के नेतृत्व वाली पार्टी एआईएमआईएम को प्रदेश में नहीं चाहती है, जबकि हम अल्पसंख्यकों से जुड़े मुद्दे उठा रहे हैं, और एसपी उन्हें सिर्फ वोटबैंक के रूप में देख रही है.’’ हैदराबाद आधारित नेता नेता ने टिप्पणी किया, पार्टियां अल्पसंख्यकों के दिलों में ‘‘बीजेपी लहर’’ का डर बैठाकर वोट पाना चाहती हैं.

ओवैसी ने सवाल किया, ‘‘पार्टियां विभिन्न तरीकों से अल्पसंख्यकों का विश्वास और वोट पाना चाहती हैं. लेकिन क्या वे अल्पसंख्यकों की बेहतरी की ओर जा रही हैं?’’ ओवैसी ने लोगों ने कहा कि वह एआईएमआईएम को वोट दें और ‘‘अपनी आवाज सुनाएं.’’ पार्टी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए 11 प्रत्याशियों की सूची जारी की है.