आगरा: आगरा पुलिस ने छात्रा संजलि हत्याकांड का खुलासा कर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.ये एक ऐसी घटना थी जिसके बारे में जिसने भी सुना उसके होश उड़ गए. आगरा  के मलपुरा थाना क्षेत्र में दसवीं की छात्रा संजलि को दिनदहाड़े पेट्रोल डालकर आग के हवाले कर दिया गया था. जिसके बाद उसकी इलाज के दौरान दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई थी.

संजलि को जिंदा जलाने के मामले को सुलझा लेने का दावा करते हुए पुलिस ने कहा है कि उसके चचेरे भाई ने ही कथित तौर पर उसे आग लगायी थी. एसएसपी अमित पाठक ने बताया कि जांच में पाया गया कि मामले का मुख्य आरोपी लड़की का चचेरा भाई योगेश था. योगेश के अलावा उसके कुछ रिश्तेदारों की भी इस हत्याकांड में संलिप्तता थी.

घटना को अंजाम किसी और ने नही बल्कि संजलि के ताऊ के बेटे योगेश ने ही दिया था. इस वारदात में उसके साथ ममेरा भाई विजय और उसकी बहन का देवर आकाश भी शामिल था. विजय और आकाश को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है जबकि योगेश ने पहले ही आत्महत्या कर चुका है. इतना ही नहीं वारदात में उपयोग हुई बाइकें भी पुलिस ने बरामद कर ली हैं.

पुलिस के मुताबिक, छात्रा संजलि को जिस जगह पर जलाया गया वहां पुलिस को पहला सबूत लाइटर मिला. इस लाइटर के जरिये जांच आगे बढ़ी. इस लाइटर पर आरोपियों के फिंगर प्रिंट मिले.

उन्होंने बताया कि जांच के दौरान योगेश के रिश्तेदार विजय और आकाश का नाम भी आरोपी के तौर पर सामने आया. योगेश पहले ही खुदकुशी कर चुका है. विजय, योगेश के मामा का बेटा है जबकि आकाश, विजय का रिश्तेदार बताया जा रहा है.

छात्रा की मौत के बाद पुलिस की टीम योगेश के घर की तलाशी लेने पहुंची तो उन्हें एक पत्र मिला. इसके बाद साफ हो गया कि योगेश की इस मामले में भूमिका संदिग्ध है.

जिस जगह पर छात्रा को जलाया गया उससे ठीक 100 मीटर की ही दूरी पर 23 नवंबर को उसके पिता हरेंद्र पर भी हमला हुआ था.