कोरोना संकट: महाराष्ट्र में फाइनल ईयर के एग्जाम कैंसिल करने के बाद शिवसेना ने अब दूसरे राज्यों से भी ऐसा ही करने की अपील की
युवा सेना की ओर से फाइनल ईयर के छात्रों का एग्जाम कैंसिल करने के फैसले को देशभर के मुख्यमंत्रियों तक ले जाने का फैसला लिया गया है.

मुंबई: महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की सरकार ने फाइनल ईयर में पढ़ाई कर रहे बच्चों के एग्जाम को कैंसिल कर दिया है, उसकी जगह उनको नंबर देने के लिए अलग व्यवस्था बनाई है. शिवसेना अब इस मुद्दे को लेकर दूसरे राज्यों तक जा रही है. शिवसेना के युवा संगठन युवासेना ने देश के दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखा है और उनके राज्यों में भी फाइनल ईयर के एग्जाम को कैंसिल करने की व्यवस्था बनाने के लिए कहा है. युवा सेना के सेक्रेटरी वरुण सरदेसाई की तरफ से यह पत्र देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्री के लिए लिखा जा रहा है.
इस पत्र में दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्रियों के अच्छे स्वास्थ्य की कामना के साथ उन्हें महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की ओर से लिए गए निर्णय के विषय में अवगत कराया गया है, जिसके तहत फाइनल ईयर के एग्जाम दे रहे छात्रों को उनके पिछले परिणामों के आधार पर मार्क दिए जाने की व्यवस्था की गई है. जिन छात्रों को लगता है कि ऐसा करने पर उनका घाटा है, उनके लिए विद्यालय खुलने के बाद परीक्षा की व्यवस्था की गई है. उद्धव ठाकरे सरकार के इस फैसले को दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्रियों को बताने के बाद उनसे अनुरोध किया गया है कि वो अपने राज्य में भी ऐसी व्यवस्था करें, क्योंकि जान है तो जहान है.
आमतौर पर देखा जाता रहा है कि शिवसेना का सारा ध्यान महाराष्ट्र की राजनीति पर ही रहता है. पर जब से यह नई सरकार आई है, देखने को मिला है कि शिवसेना ना केवल राष्ट्रीय मामलों में लगातार टीका टिप्पणी कर रही है, बल्कि महाराष्ट्र में लिए गए फैसले देशभर के दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्रियों तक ले जाने की भी कवायद कर रही है. इसी कड़ी में युवा सेना की ओर से फाइनल ईयर के छात्रों का एग्जाम कैंसिल करने के फैसले को देशभर के मुख्यमंत्रियों तक ले जाने का फैसला लिया गया है.
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