Union Cabinet Expansion: मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के पहले कैबिनेट विस्तार में बुधवार की शाम को 43 मंत्रियों ने पद एवं गोपनीयता की शपथ ली. इनमें 37 नए चेहरे हैं जबकि 7 मंत्रियों का प्रमोशन किया गया है. इस बार कैबिनेट विस्तार में उन सहयोगी दलों को भी जगह दी गई है, जिन्हें एनडीए सरकार 2019 में सत्ता में आने के बाद मंत्री पद नहीं दिया था या फिर उनके साथ सहमति नहीं बन पाई थी.


सहयोगी दलों को दी गई जगह


इस बार मोदी कैबिनेट में जनता दल यूनाइटेड के रामचंद्र प्रताप सिंह यानी आरसीपी को मंत्री पद दिया जाएगा. इसके साथ ही, लोकजनशक्ति पार्टी के दो नेता अश्विनी वैश्नव और पशुपति पारस को भी मोदी के नए कैबिनेट में जगह मिलने जा रही है. इसके अलावा, उत्तर प्रदेश की क्षेत्रीय पार्टी अपना दल की अनुप्रिया पटेल भी इस मोदी कैबिनेट में जगह बनाने में सफल रही. उन्हें भी कैबिनेट में जगह दी गई है.


इन चेहरों को दिया जाएगा प्रमोशन


जिन मंत्रियों को प्रमोशन दिया जाएगा उनमें पुरुषोत्तम रुपाला, अनुराग ठाकुर, मनसुख मंडाविया, आरके सिंह, हरदीप सिंह पुरी, जी किशन रेड्डी और किरेन रिजिजू का नाम शामिल है. इससे पहले, स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन, केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री डी वी सदानंद गौड़ा, श्रम मंत्री संतोष गंगवार और शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक समेत कई मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया. शिक्षा राज्य मंत्री संजय धोत्रे, वन और पर्यावरण राज्य मंत्री बाबुल सुप्रियो, राव साहब दानवे, रतन लाल कटारिया, प्रताप सारंगी और देव श्री बैनर्जी ने भी केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया.


प्रधानमंत्री के रूप में मई 2019 में 57 मंत्रियों के साथ अपना दूसरा कार्यकाल आरंभ करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार केंद्रीय मंत्रिपरिषद में फेरबदल व विस्तार करने वाले हैं. मौजूदा मंत्रिपरिषद में कर्नाटक के राज्यपाल बनाए गए केंद्रीय सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत सहित कुल 53 मंत्री हैं और नियमानुसार केंद्रीय मंत्रिपरिषद में अधिकतम मंत्रियों की संख्या 81 हो सकती है.