नई दिल्ली: नीतीश का चुनावी साल में मास्टरस्ट्रोक. राज्य सरकार के फंड से बिहार के 33 लाख परिवारों को घर बना कर दिया जाएगा. नीतीश कैबिनेट ने मंगलवार को फैसला लिया है. बिहार के ग्रामीण विभाग के सचिव अरविंद चौधरी ने एबीपी न्यूज़ से कहा कि "  इस साल घर बनाने के लिए एक सौ बीस करोड़ रुपये उपलब्ध कराया गया है. पीएम आवास योजना के तहत जिन परिवारों को घर नहीं मिला है उनकी संख्या बत्तीस लाख छियासी हज़ार है. चमकी बुखार यानि एईएस से पीड़ित परिवार की संख्या चार हज़ार पांच सौ पैंसठ इन्हें भी इस योजना में शामिल किया जाएगा. सचिव ग्रामीण विकास विभाग ने बताया कि  तेरह लाख तिहत्तर हज़ार ऐसे परिवार हैं जो पीएम आवास की योजना में वेट लिस्ट में हैं. इनके अलावा तैंतीस लाख परिवारों का चयन बिहार के सभी पंचायतों में किया जाएगा. इसके लिए अलग से मार्ग दर्शिका बनाया जाएगा. पीएम आवास योजना के तहत एक परिवार को घर बनाने के लिए एक लाख बीस हज़ार दिए जाते हैं.



बिहार में 2020 में चुनाव होने हैं. हालांकि इस साल घर बनाने के लिए सूची बनाने और मार्ग दर्शिका तैयार करने में वक्त लग जाएगा पर नीतीश कुमार इसे चुनावी वादों की लड़ी में शामिल कर भुनाने की कोशिश करेंगे. मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत कुछ काम हुआ था लेकिन इतने बड़े पैमाने पर पहली बार कुछ करने का निश्चय किया है. प्रधानमंत्री आवास योजना के समानांतर इसे चलाया जाएगा. केंद्र से पैसे लेने की कोशिश होगी पर घर बनाने का काम हर हाल में शुरू कर दिया जाएगा.