Mulayam Singh Yadav Death: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और देश के दिग्गज समाजवादी नेता मुलायम सिंह यादव का 10 अक्टूबर को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया. सोमवार सुबह 8.16 बजे आखिरी सांस ली. उनके निधन की पुष्टि समाजवादी पार्टी ने ट्वीट के जरिए दी.  सपा संरक्षक की मौत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक जताया है. 

यूपी के तीन बार मुख्यमंत्री रह चुके मुलायम सिंह यादव को कोई जननायक, कोई कूटनीतिज्ञ, कोई राजनीति का माहिर खिलाड़ी, तो कोई हेलीकॉप्टर से ही गाव पहचान लेने वाले नेता के तौर पर याद कर रहा है. वैसे मुलायम सिंह उत्तर प्रदेश के तीन बार मुख्यमंत्री रहने के अलावा रक्षा मंत्री भी रहे. उनके निधन के बाद भारत के लिए उनकी कही गई बातों को याद किया जा रहा है. मुलायम सिंह हमेशा पाकिस्तान से ज्यादा चीन को भारत के लिए खतरा बताते थे.

1962 में चीन के साथ युद्ध, अरूणाचल प्रदेश से लेकर भारत की जमीन को कब्जाना, गलवान घाटी में भारतीय सेना के साथ हिंसक झड़प, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के खिलाफ साजिश रचना ही चीन का काम रहा है. इसे देखते हुए मुलायम सिंह यादव ने हमेशा चीन को भारत का दुश्मन नंबर-1 बताया, वो मानते थे कि पाकिस्तान भारत का खुले तौर पर दुश्मन है लेकिन चीन छुपकर भारत पर वार करता है.  

मुलायम सिंह यादव कहते थे...दरअसल, साल 2017 में मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में चीन से डोकलाम विवाद के बाद संसद में चर्चा हो रही थी. इस दौरान मुलायम सिंह यादव ने बोलते हुए सरकार से दो टूक कहा था कि भारत का सबसे बड़ा मुद्दा पाकिस्तान नहीं बल्कि चीन है. मुलायम सिंह ने पूर्व की सरकार की आलोचना करते हुए कहा था कि तिब्बत को चीन को सौंपना भारत की बड़ी भूल थी.   

मुलायम सिंह इससे पहले भी सख्त टिप्पणी करते हुए भारत को आगाह कर चुके थे. साल 2013 में कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार को बाहर से समर्थन दे रहे मुलायम सिंह यादव ने आरोप लगाया था कि चीनी घुसपैठ के बावजूद मनमोहन सिंह की सरकार कुछ नहीं कर रही है.  

चीन को लेकर लोहिया ने चेताया..साल 1958 में समाजवादी विचारधारा के पुरोधा डॉक्टर राम मनोहर लोहिया ने भी चीन को भारत का दुश्मन बताया था. 1958 में चीन ने तिब्बत पर हमला कर दिया था, इससे पहले तिब्बत आजाद देश था. इस हमले के खिलाफ डॉक्टर लोहिया ने कड़ा बयान दिया था, जिसमें उन्होंने चीन को इल हमले के लिए शिशु की संज्ञा दी थी. उस समय तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को लोहिया ने इस मुद्दे पर चेताया था. लोहिया ने तिब्बत पर चीनी कब्जे को मान्यता नहीं देने की अपील की थी.   

जॉर्ज फर्नांडीस भी चीन को मानते थे दुश्मन बड़े समाजवादी नेता और देश के पूर्व रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडीस भी चीन को भारत का दुश्मन नंबर-1 मानते थे. इस तरह देश के दोनों पूर्व रक्षामंत्री चीन को लेकर समय-समय पर आगाह करते रहे हैं. जॉर्ज ने 24 साल पहले ही छीन को लेकर आगाह किया था.  

बता दें कि जॉर्ज फर्नांडीस ने साल 1998 में तत्कालीन एनडीए सरकार में रक्षा मंत्री रहते हुए सभी पहलुओं को देखते हुए चीन को भारत का दुश्मन नंबर वन बताया था. जॉर्ज फर्नांडीस ने एक अंग्रजी चैनल को इंटरव्यू देते हुए कहा था कि, "हमारे देशवासी सच्चाई का सामना करते हुए कतराते हैं और चीन के इरादों पर कोई सवाल नहीं उठाते. चीन जिस तरह से पाकिस्तान को बड़े पैमाने पर मिसाइलें और आर्थिक मदद दे रहा है. म्यामांर के सैनिक शासन को सैनिक मदद दे रहे है और भारत को जमीन और समुद्र के जरिए घेरने की कोशिश कर रहा है. इससे तो यही लगता है कि चीन हमारा सबसे बड़ा दुश्मन नंबर वन है.

लोगों को पसंद नहीं आया था बयानजॉर्ज फर्नांडीस का बयान तत्कालीन कई नेताओं और पार्टियों को पसंद नहीं आया था. वहीं जॉर्ज के कई साथी मंत्रियों ने ही उनके इस बयान का विरोध किया था. लेकिन, वर्तमान में चीन द्वारा की जा रही हरकतों को देखते हुए जॉर्ज फर्नांडीस और मुलायम सिंह यादव जैसे दिग्गज समाजवादी नेताओं की तरह ही चीन को दुश्मन नंबर एक मान रहे हैं. इसके देखते हुए भारतीय नागरिकों ने चीनी सामान का बहिषिकार भी किया था, वहीं भारत सरकार ने भी कई चीनी कंपनियों पर देश में बैन लगा दिया है. इस तरह से अलग-अलग दशकों में समाजवादी नेताओं ने चीन की चालबाजियों को लेकर चिंता जाहिर की है, जो आज हमारे सामने दिखाई दे रहा है. 

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