नई दिल्ली: सोशल मीडिया पर खाने को लेकर धर्म के एंगल से बहस छिड़ी है जिसकी जड़ में खाना डिलीवर करने वाली कंपनी जोमैटो है. फूड डिलीवरी एप जौमेटो को लेकर शुरू हुआ विवाद सोशल मीडिया पर सनसनी फैली हुई है. जोमैटो को लेकर शुरू हुआ विवाद इतना बढ़ गया है कि अब इस पर बड़ी और जानी मानी हस्तियां भी अपनी प्रतिक्रिया दे रही हैं. कांग्रेस के नेता पी चिदंबरम, बीजेपी नेता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा और पूर्व निर्वाचन आयुक्त एसवाई कुरैशी ने भी इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी.
कांग्रेस के बड़े नेता पी चिदंबरम ने जोमैटी के समर्थन में ट्वीट किया. उन्होंने लिखा कि मैंने अभी तक जोमैटो से खाने का ऑर्डर नहीं दिया है लेकिन अब मैं सोच रहा हूं कि अब जोमैटो से ही खाने का ऑर्डर करूंगा. इस बीजेपी के प्रवक्ता तेजिंदर पाल बग्गा ने कटाक्ष करते हुए लिखा कि वे (जोमैटो) जेल में डिलीवरी नहीं करते.
पूर्व निर्वाचन आयुक्त एसवाई कुरैशी भी जेमौटो के पक्ष में खड़े दिखाई दिए. उन्होंने जोमैटो के मालिक दीपेंद्र गोयल को भारत का असली हीरो बताया. डॉ. एसवाई कुरैशी ने लिखा, ''दीपेंद्र गोयल को सलमा, आप भारत के असली हीरो हैं. आप पर गर्व है.''
जेमौटो के रिप्लाई की तारीफ हो रही है तो वहीं मुस्लिम डिलीवरी ब्वॉय होने पर ऑर्डर कैसिंल करने वाले युवक के समर्थन में सोशल मीडिया पर कैंपेन चलाया जा रहा है. इस सब के बीच खाना डिलीवर करने वाली एक दूसरी कंपी 'उबर ईट्स' जोमैटो के साथ खड़ी दिखाई दे रही है. उबर ईट्स ने ट्वीट किया-
वहीं इस पूरे मामले पर डिलीव्बॉय फैयाज का कहना है कि मैं बेहद आहत हूं. मीडिया से बात करते हुए फैयाज ने कहा कि मैं बेहद आहत हूं मगर क्या कर सकता हूं. हम गरीब हैं, हमें जो काम मिलता है उसे पूरा करना होता है.
कहां से शुरू हुआ पूरा
दरअसल फूड चेन कंपनी के जरिए जबलपुर के रहने वाले पंडित अमित शुक्ला ने खाना मंगाया लेकिन सावन के महीने में मुस्लिम डिलिवरी ब्वॉय के हाथ से खाना लेने से मना कर दिया. अमित शुक्ला ने ट्वीट किया, ''मैंने अभी जोमैटो से किया एक ऑर्डर कैंसिल किया है क्योंकि वो मेरा खाना गैर हिंदू राइडर से भेज रहे थे और उन्होंने राइडर चेंज करने के लिए भी कहा और मेरा पैसा भी वापस नहीं कर रहे थे, मैंने उनसे कहा कि वो मुझे खाना लेने के लिए मजबूर नहीं कर सकते हैं, मुझे मेरा पैसा वापस नहीं चाहिए.''
देखते ही देखते ये ट्वीट सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल गया. इस ट्वीट का जोमैटो ने जो जवाब दिया वो सोशल मीडिया पर तारीफें बटोरने लगा. जोमैटो ने जवाब में लिखा कि खाने का कोई धर्म नहीं होता, खाना अपने आप में एक धर्म है. मामले को तूल पकड़ता देख जोमैटो के मालिक दिपेंदर गोयल ने भी ट्वीट किया, ''हमें गर्व है भारत के इस विचार पर, हमारे जो अलग-अलग ग्राहक हैं और हमारे जो अलग-अलग साथी हैं, उनकी विविधताओं पर भी हमें खुशी है और अगर हम अपना कोई नुकसान मूल्यों को खोकर करते हैं तो हमें ऐसे नुकसान की कोई परवाह नहीं है.''