Congress Protest Against YSR Jagan Mohan: आंध्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एपीसीसी) की अध्यक्ष वाईएस शर्मिला ने विजयवाड़ा में राज्य के बेरोजगार युवाओं के समर्थन में गुरुवार (22 फरवरी) की सुबह 'चलो सचिवालय' विरोध से पहले आंध्र रत्न भवन में राज्य सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. इससे पहले उन्हें कांग्रेस कार्यालय में जमीन पर सोते हुए भी देखा गया.  


दरअसल, उन्होंने बुधवार (21 फरवरी) को विरोध मार्च की घोषणा की थी लेकिन पुलिस ने अनुमति नहीं दी और कांग्रेस नेताओं को नजरबंद करना शुरू कर दिया. नजरबंदी के डर से शर्मिला ने बुधवार की रात कांग्रेस मुख्यालय आंध्र रत्न भवन में बिताई. अब वायरल हो रहे वीडियो में कांग्रेस नेता को पार्टी के विजयवाड़ा कार्यालय के फर्श पर गद्दे पर सोते हुए देखा गया.






पुलिस ने घेरा कांग्रेस कार्यालय


गुरुवार सुबह जैसे ही पुलिस ने कांग्रेस कार्यालय को घेरा कांग्रेस नेता शर्मिला कई कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ धरने पर बैठ गईं और नारे लगाए. उनकी मांग है कि वाईएस जगन मोहन रेड्डी सरकार 23,000 पदों को भरने के आदेश जारी करे जैसा कि उन्होंने अपने चुनाव अभियान के दौरान वादा किया था.


शर्मिला ने कहा, “चुनाव में दो महीने से भी कम समय बचा है और अब सीएम ने 6,000 पद भरने की घोषणा की है. वह एक मेगा डीएससी (भर्ती के लिए जिला चयन समिति) आयोजित करने के बजाय, एक डागा (धोखाधड़ी) डीएससी कर रहे हैं. वाईएसआरसीपी शासन तानाशाही की तरह है और जो कोई इसका विरोध करता है उसे घर में नजरबंद कर दिया जाता है.”






‘तानाशाही दिखा रही सरकार’


उन्होंने आगे कहा, “हजारों पुलिसकर्मियों ने हमें घेर लिया है. हमारे चारों ओर लोहे के बैरिकेड लगा दिए गए हैं और हमें बंधक बना लिया गया है. बेरोजगारों के पक्ष में खड़े होने पर गिरफ्तारियां की जा रही हैं. आप तानाशाह हैं जो हमें रोकना चाहते हैं. 23,000 पद भरने का वादा करते हुए 6,000 पद भरने की अधिसूचना जारी करने के लिए वाईएसआरसीपी सरकार को बेरोजगारों से माफी मांगनी चाहिए.”


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