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साल 2025 भारत के लिए कई मायनों में बहुत ही दर्दनाक रहा. इस साल देश के अलग-अलग हिस्सों में हुए धमाकों, भगदड़ों और हादसों ने सैकड़ों परिवारों की ज़िंदगी हमेशा के लिए बदल दी. कहीं सुरक्षा में चूक दिखी तो कहीं भीड़ प्रबंधन पूरी तरह फेल रहा. यह साल सिर्फ कैलेंडर का हिस्सा नहीं रहा, बल्कि कई परिवारों के लिए अधूरी कहानियों का नाम बन गया. आइए, एक नज़र डालते हैं उन बड़ी घटनाओं पर जिन्होंने पूरे देश को हिला कर रख दिया.

गोवा अग्निकांड (नॉर्थ गोवा)

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  • तारीख: 6 दिसंबर
  • मौत: 25
  • घायल: 5

गोवा के अरपोरा स्थित नाइटक्लब 'बर्च बाय रोमियो लेन' में 6 दिसंबर की आधी रात के बाद भीषण आग लग गई थी. इस हादसे में 25 लोगों की मौत हो गई और 5 से ज्यादा लोग घायल हुए. इस भयानक हादसे ने लोगों को दहला दिया.

करूर भगदड़ (तमिलनाडु)

  • तारीख: 27 सितंबर
  • मौत: 41
  • घायल: 50

तमिलनाडु के करूर में अभिनेता से नेता बने विजय की रैली थी. रैली में बहुत से लोग विजय को देखने आये थे. इसी दौरान हालात बेकाबू हो गए. अनुमान से लगभग तीन गुना ज़्यादा, यानी करीब 10,000 लोग मौके पर पहुंच गए थे. विजय के आने में देरी हुई, जिससे भीड़ बेचैन हो गई और अचानक धक्का-मुक्की शुरू हुई. लोग एक-दूसरे पर गिरते चले गए. कई लोग बैरिकेड्स में फंस गए तो कई लोग भगदड़ में. इस भगदड़ में लगभग 41 लोगों की जान चली गई. इसे 2025 की सबसे घातक भगदड़ माना गया.

केमिकल फैक्ट्री ब्लास्ट (तेलंगाना)

  • तारीख: 30 जून
  • मौत: 10
  • घायल: 20 से ज्यादा

तेलंगाना के संगारेड्डी जिले के पाशमायलारम औद्योगिक क्षेत्र में स्थित Sigachi Industries Limited की फार्मास्युटिकल फैक्ट्री में हुए भीषण विस्फोट में 10 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 20 से ज्यादा मजदूर घायल हुए. विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि फैक्ट्री का बड़ा हिस्सा ढह गया.

एयर इंडिया विमान हादसा (अहमदाबाद )

  • तारीख: 12 जून
  • मौत: 241
  • घायल: 1

12 जून 2025 को अहमदाबाद में देश का सबसे बड़ा विमान हादसा हुआ. एयर इंडिया की फ्लाइट उड़ान भरने के एक मिनट से भी कम समय में दुर्घटनाग्रस्त हो गई. विमान रनवे से कुछ सौ मीटर दूर एक मेडिकल यूनिवर्सिटी परिसर की इमारत से जा टकराया. इस हादसे में विमान में सवार लगभग सभी यात्रियों (बस एक को छोड़कर) और आसपास मौजूद लोगों की मौत हो गई. कुल मौतों का आंकड़ा 241 पहुंच गया.

आईपीएल भगदड़ (बेंगलुरु )

  • तारीख:4 जून
  • मौत: 11
  • घायल: 33

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु और विराट कोहली के चाहने वालों की कमी नहीं है . रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की पहली आईपीएल जीत के बाद चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर जश्न मनाने के लिए भारी भीड़ जमा हो गई. आख़िरी वक्त में परेड रूट बदले जाने और सही योजना न होने के कारण हालात बिगड़ गए. भीड़ का दबाव इतना ज़्यादा था कि लोग एक-दूसरे पर गिरने लगे. इस भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई. सवाल उठा कि इतने बड़े आयोजन में भीड़ नियंत्रण इतना कमजोर क्यों था.

दिल्ली रेलवे स्टेशन भगदड़

  • तारीख: 15 फरवरी
  • मौत: 15
  • घायल: 12

महाकुंभ के लिए जा रही ट्रेनों में देरी के कारण नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म 14 और 15 पर भारी भीड़ जमा हो गई. अचानक यात्रियों की भीड़ एक साथ कई दिशाओं में चल पड़ी. कोई साफ घोषणा या दिशा-निर्देश नहीं थे. कुछ ही मिनटों में भगदड़ मच गई और बहुत से लोग मारे गए. मरने वालों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे.

महाकुंभ भगदड़, प्रयागराज

  • तारीख: 29 जनवरी
  • मौत: 30
  • घायल: 36

आस्था के महासंगम में जब व्यवस्था टूटती है तो श्रद्धा भी आंसुओं में बदल जाती है. मौनी अमावस्या के दिन संगम में स्नान के लिए करोड़ों श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचे थे. भीड़ का दबाव इतना ज्यादा था कि सुरक्षा व्यवस्था जवाब दे गई. श्रद्धालु ब्रह्म बेला का इंतजार कर रहे थे, तभी अचानक भगदड़ मच गई. कई लोग कुचले गए. इस घटना ने यह साफ कर दिया कि इतने बड़े धार्मिक आयोजनों में बेहतर योजना कितनी ज़रूरी है.