Wrestlers Protest: बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों ने अपने विरोध प्रदर्शन को 15 जून तक स्थगित कर दिया है. उधर निर्भया की मां आशा देवी ने अब इस बात की जांच की मांग उठाई है कि बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली नाबालिग रेसलर ने दूसरा बयान क्यों दर्ज कराया? दरअसल, नाबालिग पहलवान के पिता ने ये स्वीकार किया है कि बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न का गलत आरोप लगाया गया था.


इंडिया टूडे से बातचीत में, निर्भया की मां आशा देवी ने कहा, ''इस बात की जांच होनी चाहिए कि नाबालिग लड़की ने अपना बयान क्यों बदला, क्या उस पर किसी का दबाव था?'' दूसरा बयान सीआरपीसी की धारा 164 के तहत दर्ज किया गया था. पिता ने बयान दिया कि यौन उत्पीड़न के आरोप वापस ले लिए गए हैं, लेकिन इस बात का कोई सबूत नहीं है कि नाबालिग ने अपने दूसरे बयान में क्या दर्ज कराया है.


बता दें कि पॉक्सो अधिनियम के तहत, नाबालिग का बयान पूरे तरीके से गोपनीय रखा जाता है. यह सार्वजनिक नहीं किया जा सकता है. इसके साथ ही अगर नाबालिग के पिता का बयान सही है और यौन उत्पीड़न के आरोप को वापस ले लिया गया है, तो बृजभूषण के खिलाफ पॉक्सो अधिनियम के तहत यह केस कमजोर हो जाएगा. 


निर्भया की मां ने कही ये बात


इंडिया टूडे से बात करते हुए आशा देवी ने पहलवानों के समर्थन की बात कही और कहा कि अगर आरोपों की ठीक से जांच नहीं की गई और उन्हें न्याय नहीं मिला, तो यह हमारी न्याय प्रणाली पर धब्बा होगा. निर्भया की मां कहा कि इस पूरे केस में एक गलत संदेश जा रहा है. अगर देश के लिए पदक जीतने वाली महिलाओं के साथ ऐसा बर्ताव हो रहा है, तो हमारे शहरों और गांवों में इन अपराधों का सामना करने वाली लड़कियों का क्या होगा?" 


इसके साथ ही आशा देवी ने आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली पुलिस ने कई अपराधियों को छोड़ दिया है. हम दिल्ली में कई ऐसे मामले देख चुके हैं जहां कोर्ट ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने ठीक से जांच नहीं की है. वहीं इस मामले में हमें यह पता लगाने की जरूरत है कि नाबालिग ने अपना बयान क्यों वापस लिया है?


यह भी पढ़ें:-


Congress On Jaishankar: 'जिसने आपको मंत्री पद दिया उसी ने...', राहुल गांधी पर जयशंकर ने दिया बयान तो भड़की कांग्रेस