Wrestlers Protest Against WFI: रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) के खिलाफ पहलवानों के विरोध ने अब राजनीतिक रूप अपनाना शुरू कर दिया है. विपक्ष के तमाम नेता इसके विरोध में बयान जारी कर रहे हैं लेकिन जिस तरह से पहलवान बजरंग पूनिया ने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPM) नेता वृंदा करात (Brinda Karat) को मंच से नीचे उतारा उससे यह साफ हो गया है कि वह इस विरोध को राजनीतिक रंग नहीं देना चाहते हैं. 


दरअसल, CPM नेता वृंदा करात दिल्ली के जंतर-मंतर पर जारी विरोध के बीच वहां पहुंची थी. इसे देखते हुए बजरंग पूनिया ने माइक देने से साफ इनकार कर दिया और उनसे मंच से उतरने की अपील की. साथ ही उन्होंने कहा कि प्लीज इसे राजनीतिक मुद्दा न बनाएं. ये खिलाड़ियों का धरना है... इतना कहते हुए वृंदा को मंच से नीचे उतार दिया गया. 









केंद्रीय खेल मंत्रालय के कार्यालय पहुंचे पहलवान 


डब्ल्यूएफआई और उसके प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ विरोध करने वाले पहलवान अधिकारियों के साथ बैठक के लिए शास्त्री भवन में केंद्रीय खेल मंत्रालय के कार्यालय पहुंचे. यहां खेल सचिव सुजाता चतुर्वेदी के साथ बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक के अलावा कुछ दूसरे पहलवानों की बैठक चल रही है. बजरंग पूनिया ने बताया था कि वह केंद्रीय खेल मंत्रालय के अधिकारियों से मिलने जा रहे हैं. 


क्या है पहलवानों और बृजभूषण के बीच का मामला?


दरअसल, ओलंपिक और कॉमनवेल्थ में मेडल लाने वाले पहलवान दो दिनों से जंतर-मंतर पर धरना कर रहे हैं. पहलवानों ने कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह पर गंभीर आरोप लगाए हैं. दिग्गज खिलाड़ी विनेश फोगाट का आरोप है कि उन्होंने महिला खिलाड़ियों का यौन शोषण किया है. 


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