Karnataka News: कर्नाटक के बेलगावी जिले में 11 दिसंबर को एक महिला को बिना कपड़ों के घुमाने और फिर खंभे से बांधकर पीटने के मामले में पुलिस ने आठ लोगों को गिरफ्तार किया है. इस बीच इस घटना को लेकर राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि एनसीडब्ल्यू की एक टीम पीड़िता से मिलेगी और मामले की जांच करेगी. 


एएनआई से बात करते हुए उन्होंने कहा, "यह घटना बहुत ही अमानवीय थी. पीड़िता की हालत देखी जाएगी और उनसे पूछा जाएगा कि उनको कोई मदद मिली कि नहीं. कर्नाटक की सरकार ने इस पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया, पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया. सरेआम उस महिला को बिना कपड़ों को घुमाया गया और फिर बिजली के पोल से बांधकर पिटाई की."


महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा, "ऐसे क्रूर अत्याचार करने वालों पर कर्नाटक पुलिस को सख्त से सख्त कदम उठाने चाहिए था, लेकिन कुछ नहीं हुआ. अब हाईकोर्ट के दवाब के कारण की पुलिस ने थोड़ा काम किया है, लेकिन पीड़िता को क्या मदद मिली इसकी जानकारी जुटाने के लिए हमारी एक टीम जा रही है."






बीजेपी के पांच सदस्य जाएंगे घटना स्थल पर


इस घटना की बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने निंदा की है. साथ ही घटना स्थल का दौरा करने के लिए पांच सदस्यीय समिति का गठन किया. इस समिति में सांसद अपराजिता सारंगी, सुनीता दुग्गल, लॉकेट चटर्जी, रंजीता कोली और बीजेपी की राष्ट्रीय सचिव आशा लाकड़ा शामिल हैं.


बीजेपी ने कांग्रेस पर निशाना साधा


वहीं कर्नाटक के बीजेपी सांसदों ने बेलगावी घटना के खिलाफ शुक्रवार (15 दिसंबर) को संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया. बीजेपी नेता सदानंद गौड़ा ने कर्नाटक की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, "कर्नाटक में कानून व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह चरमरा गई है. एक अनुसूचित जाति की महिला का बिना कपड़ों के जुलूस निकाला गया, उसे बिजली के खंभे में बांध कर पीटा गया."


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