हम सब हवाई जहाज के बारे में तो अक्सर चर्चा करते कि किस हवाई जहाज से सफर करने पर टिकट कितना सस्ता मिलेगा? किस हवाई यात्रा के दौरान सुविधाएं ज्यादा मिलेगी लेकिन क्या कभी आपने हवाई चप्पल के बारे में सोचा है? आखिर यह हवाई चप्पल जो हर अमीर से अमीर और गरीब से गरीब इंसान की जिंदगी का अहम हिस्सा है यह आई कहां से और यह बनती कैसे हैं. आज हम आपको हवाई चप्पल के बनने की यही दिलचस्प कहानी बताने जा रहे हैं.
इन्हें क्यों कहा जाता है 'हवाई चप्पल' इसे अंग्रेजी में स्लिपर कहते हैं और हिन्दी में चप्पल. इनकी स्ट्रिप्स अंग्रेजी के अक्षर V या Y आकार की होती हैं. अब आते हैं इस सवाल पर कि आखिर इसे हवाई चप्पल क्यों कहा जाता है? कई इतिहासकारों के मुताबिक इसे हवाई चप्पल अमेरिकी आइलैंड 'हवाई' की वजह से मिली है. अमेरिका में हवाई नाम का एक आईलैंड है जहा ‘टी’ नाम का एक पेड़ होता है. इसी पेड़ से जो रबरनुमा फैब्रिक बनता उससे चप्पल बनाया जाता है. इसलिए इसे हवाई चप्पल कहते हैं. कई लोगों का यह भी कहना है कि यह हवा जितनी हल्कि होती है इसलिए इसका नाम हवाई चप्पल है.
हर देश में चप्पल के होते हैं अलग-अलग डिजाइन चप्पलों का इतिहास बहुत पुराना है. चीन, भारत, इजिप्ट, जापान, अमेरिका सहित तमाम देशों में इसके डिजाइन और इससे जुड़े कई किस्से प्रचलित है. अलग-अलग देशों में इसके अलग-अलग नाम दिए गए हैं. जापान की बात करें तो वहां चप्पल का इतिहास 1880 से मिलता है. इस दौरान खेतों में काम करने के लिए कई मजदूर जापान में हवाई आइलैड से आए थे, वही मजदूर अपने साथ चप्पल लाए थे. इसके बाद जापान में इसको नए डिजाइन में ढ़ाला गया. जापान में बने नए डिजाइन के चप्पलों का इस्तेमाल दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान हुआ. इसके बाद हवाई चप्पल पूरी दुनिया में मशहूर हो गई.
ब्राजीलियन शू-ब्रांड कंपनी ‘हवाइनाज’ ने बनाया चप्पल को पॉपुलर दूसरे विश्वयुद्ध के बाद चप्पल सारी दुनिया में मशहूर तो हुई लेकिन इसके साथ ही इसे मशहूर करने का श्रेय ब्राजीलियन शू-ब्रांड कंपनी ‘हवाइनाज’ को भी जाता है. 1962 में हवाईनाज कंपनी ने सफेद या नीले रंग के नीली स्ट्रिप वाली चप्पलें लॉन्च की. यही वह चप्पल है जो आज भी घर-घर में पाई जाती है. हवाइनाज के कारण ही भारत और दुनिया की कुछ और जगहों पर इन चप्पलों को हवाई चप्पल कहा जाता है.
हवाई चप्पल बनाने में होता है इन मशीनों का इस्तेमाल
चप्पल बनाने के लिए चार तरह के मशीन का इस्तेमाल होता है. 1- सोल कटिंग मशीन 2-ग्राइंडिंग मशीन 3-ड्रिल मशीन 4-स्ट्रिप मशीन
कैसे बनती है हवाई चप्पल
1-सबसे पहले सोल कटिंग मशीन में रबड़ शीट पर कटिंग करते हैं. एक बार डाई को आगे से और दूसरी बार पीछे की तरफ से काटते हैं. इस तरह एक जोड़ी तैयार हो जाता है.
2-कटिंग के बाद उसे सही आकार में लाने के लिए ग्राइंडिंग मशीन में डाला जाता है.
3- इसके बाद उसमें छेद किया जाता है और ड्रिल मशीन के जरिए उसमें स्ट्रिप डाला जाता है.