Who is Goldi Barar: पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के पीछे आखिर कौन है इस संबंध में मानसा के SSP गौरव तूरा ने बड़ा खुलासा किया है. उन्होंने कहा है कि कनाडा बेस्ड गैंगस्टर गोल्डी बरार ने हत्या की जिम्मेदारी ली है. हत्या के पीछे आने वाला नाम गोल्डी बराड़ कौन है ये सवाल हर किसी के दिमाग में गूंज रहा है. वो कैसे कनाडा में बैठे-बैठे भारत के गैंग्सटर्स को ऑपरेट करता है. जब उसने इतने जुर्म किए तो अभी तक वो कानून की गिरफ्त के बाहर कैसे है. इतना ही नहीं अपराधी अपराध करके उसे छिपाते हैं. लेकिन गोल्डी बराड़ का दावा तो देखिए कनाडा में बैठकर कांग्रेस नेता और पंजाबी सिंगर की हत्या की जिम्मेदारी ली. गोल्डी बराड़ का कनाडा से बैठे क्राइम करना और फिर उसकी जिम्मेदारी लेना ये दिखाता है कि वो कितना रसूखदार होगा. 


कनाडा के गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने रविवार शाम एक फेसबुक पोस्ट में पंजाबी सिंगर और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी ली है. गोल्डी बराड़ गैंग लीडर लॉरेंस बिश्नोई का करीबी सहयोगी है, जिसके बारे में कहा जाता है कि वह पंजाबी गायक की हत्या में शामिल था. गौरतलब है कि पंजाब के मनसा गांव में रविवार शाम अज्ञात हमलावरों ने सिद्धू मूसेवाला की गोली मारकर हत्या कर दी थी जिसकी जिम्मेदारी अब कनाडा में बैठे गैंग्स्टर गोल्डी बराड़ ने ले ली है. आइए आपको बताते हैं कि कौन है गोल्डी बराड़


जानिए कौन हैं गोल्डी बराड़?
कनाडा में रहने वाला गैंगस्टर गोल्डी बराड़ उर्फ सतिंदर सिंह की भारतीय अधिकारियों को कई आपराधिक मामलों में तलाश है. फरीदपुर की एक अदालत ने इस महीने की शुरुआत में जिला युवा कांग्रेस अध्यक्ष गुरलाल सिंह पहलवान की हत्या के सिलसिले में गोल्डी बराड़ के खिलाफ गैर जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किया था. गोल्डी बराड़ जुर्म की दुनिया का वो नाम है जो अब देश छोड़कर कनाडा में शिफ्ट हो चुका है. गोल्डी कनाडा में बैठे-बैठे ही दिल्ली-एनसीआर सहित कई राज्यों में अपना जुर्म का नेटवर्क चला रहा है. ये पहला मौका नहीं है जब वो जुर्म करने के बाद भी कानून की पहुंच से दूर रहा हो. इसके पहले गोल्डी बराड़ के ऊपर दर्जनों आपराधिक मुकदमें दर्ज हैं लेकिन वो बिना किसी डर के जुर्म पर जुर्म किए जा रहा है.


गोल्डी बराड़ के सहयोगी गगन को AGTF ने किया था गिरफ्तार
पंजाब पुलिस की एंटी गैंगस्टर फोर्स ने इसी साल अप्रैल के महीने में गोल्डी बराड़ के खास आदमी गगन बराड़ को गिरफ्तार किया था. पंजाब पुलिस की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) ने बठिंडा से लॉरेंस बिश्नोई और बरार के 3 करीबी सहयोगियों को गिरफ्तार किया था. पुलिस के अनुसार गिरफ्तार किए गए लोगों में से दो राज्य में मादक पदार्थों की तस्करी और अवैध हथियारों की तस्करी में शामिल थे. पुलिस ने गगन बरार को भी गिरफ्तार किया था, जिसे इस साल की शुरुआत में अप्रैल में गोल्डी बरार का प्रमुख सहयोगी बताया जाता है. पंजाब में स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, इन अपराधियों ने बराड़ के आदेश पर एनसीआर क्षेत्र के फरार गैंगस्टरों को ठिकाने उपलब्ध कराए थे.


गोल्डी बराड़ के पास 700 शूटर जो किसी भी देश में काम को अंजाम देते हैं
सूत्रों ने बताया कि अगस्त 2021 में मोहाली में विक्की मिद्दुखेड़ा की हत्या का बदला लेने के लिए लॉरेंस बिश्नोई गैंग सिद्धू पर हमले की फिराक में था. बता दें कि लॉरेंस बिश्नोई फिलहाल जेल में बंद है और जेल से गैंग ऑपरेट कर रहा है. उसके गैंग में 700 शूटर हैं जो कनाडा समेत विदेशों में मौजूद हैं. कनाडा में बैठे लॉरेंस बिश्नोई के करीबी गोल्डी बरार ने दावा ये भी किया है विक्की मिद्दुखेड़ा के अलावा उसके खुद के भाई गुरुलाल बरार की हत्या के पीछे भी सिद्धू मूसेवाला था लेकिन अपने रसूख के दम पर वो बच गया था. बता दें कि रविवार को मूसेवाला पर पंजाब के मनसा जिले के जवाहरके गांव के पास फायरिंग हुई थी. हमलावरों ने उनकी थार जीप पर 12 राउंड फायरिंग की. घटना में मूसेवाला की मौके पर ही मौत हो गई. जबकि दो साथी जख्मी हो गए हैं.


कांग्रेस प्रधान का कराया था कत्ल
ऐसा नहीं है कि ये पहला मौका है जब गोल्डी बराड़ ने कनाडा में बैठकर किसी क्राइम की घटना को अंजाम दिया हो, इससे पहले भी गोल्डी बराड़ ने कनाडा से ही कई संगीन घटनाओं को अंजाम दिया है. गोल्डी बराड़ ने कांग्रेस के प्रधान गुरलाल पहलवान की हत्या की साज़िश कनाडा में बैठकर ही रची थी. इस हत्या के पीछे प्रतिशोध की बात सामने आई थी. गोल्डी बराड़ ने यह गुरलाल पहलवान की हत्या अपने चचेरे भाई की हत्या का बदला लेने के लिए की थी. गुरलाल पहलवान ने बराड़ के चचेरे भाई का चंडीगढ़ में कत्ल करवा दिया था. इसी का बदले लेने के लिए उसने कांग्रेस प्रधान गुरलाल पहलवान का कत्ल कराया था. 


कनाडा से बैठकर फिरौती भी वसूल लेता है गोल्डी बराड़
गोल्डी बराड़ हत्या, अपहरण जैसे क्राइम के अलावा कनाडा बैठकर फिरौती भी वसूल लेता है. एक खबर के मुताबिक गोल्डी बराड़ ने चंडीगढ़ के सेक्टर 32 के ट्रांसपोर्टर अंग्रेज सिंह विर्क से एक करोड़ रुपयों की एक्सटार्शन मनी (फिरौती) मांगी थी. गोल्डी से मिली इस धमकी के बाद अंग्रेज सिंह विर्क ने लगभग 7 लाख रुपये भी गोल्डी बराड़ को दे भी दिए थे. लेकिन दूसरी बार पुलिस की सूजबूझ के चलते विर्क ने गोल्डी बराड़ के गुर्गे को पकड़वा दिया था. 


यह भी पढ़ेंः


Exclusive: जिसे दी गाली, क्या उसके लिए बजाएंगे ताली? हार्दिक पटेल ने किया ये खुलासा, BJP में जाने को लेकर दिया जवाब


Nupur Sharma: बीजेपी प्रवक्ता नुपुर शर्मा के खिलाफ मुंबई में FIR दर्ज, पैगम्बर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी करने का आरोप