देश में कोविड-19 रोधी टीकों की अब तक दी गई खुराक की संख्या 100 करोड़ के पार पहुंचने पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के चीफ तेद्रोस अधानोम गेब्रेयेसस (Tedros Adhanom Ghebreyesus) ने पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi), वैज्ञानिकों, हेल्थ वर्कर्स और भारतीय नागरिकों को बधाई दी है. दरअसल भारत ने आज कोरोना अभियान में एतिहासिक मुकाम हासिल किया है. आज वैक्सीनेशन अभियान का 279 दिन है और इतने कम समय में ही भारत ने वैक्सीनेशन का आंकड़ा 100 करोड़ होने तक का पड़ाव पार कर लिया है. वहीं इस मौके पर डब्ल्यूएचओ के चीफ ने देश को बधाई देते हुए ट्वीट कर लिखा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वैज्ञानिक, स्वास्थ्यकर्मी, भारत के लोगों का कोविड-19 से संवेदनशील आबादी की रक्षा करने और सामनता के साथ वैक्सीनेशन करने और लक्ष्यों को प्राप्त करने के प्रयासों के लिए बधाई.’
वहीं इनके अलावा WHO के एक और शीर्ष अधिकारी, दक्षिण-पूर्वी एशिया की क्षेत्रीय निदेशक डॉ पूनम खेत्रपाल सिंह ने भी भारत को बधाई देते हुए कहा, ‘कोरोना वैक्सीन के एक अरब खुराक लगाए जाने पर भारत को बहुत-बहुत बधाई. इतने कम सम में इस लक्ष्य प्राप्त करना मजबूत नेतृत्व, स्वास्थ्यकर्मियों, फ्रंटलाइन वॉरियर और जनता के समर्पित प्रयासों के बगैर संभव नहीं था.’
वहीं इस ऐतिहासिक मौके पर पीएम मोदी ने अपने एक ट्वीट में भारत के प्रत्येक नागरिक को वैक्सीनेशन अभियान में योगदान देने के लिए धन्यवाद कहा है. उन्होंने पूरे देशवासियों को बधाई दी और ट्वीट करते हुए लिखा, " भारत ने आज इतिहास रचा है, हम इस आंकड़े को पार करने के साथ ही भारतीय विज्ञान, उद्यम और 130 करोड़ भारतीयों की सामूहिक भावना की विजय देख रहे हैं. 100 करोड़ टीकाकरण पार करने पर भारत को बधाई. हमारे डॉक्टरों, नर्सों और इस उपलब्धि को हासिल करने के लिए काम करने वाले सभी लोगों का आभार.
75 प्रतिशत युवाओं को लगी वैक्सीन
देश में पहली बार 16 जनवरी को टीकाकरण अभियान शुरू किया गया था. उस वक्त स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन वॉरियर्स को वैक्सीन दी गई. इसके बाद 1 मार्च को सेकेंड स्टेज का वैक्सीनेसन शुरू किया गया. इसमें 60 साल से ज्यादा उम्र वाले और किसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे 45 साल से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन दी गई. वहीं 1 मई को 18 साल से ऊपर के सभी लोगों वैक्सीन लगाने की अनुमति दे दी गई. वैक्सीन की आज सुबह 9.47 बजे जिए जाने वाले वैक्सीनेसन के डोज की संख्या 100 करोड़ के पार पहुंच गई है. जिसमें 75 प्रतिशत युवा आबादी को कम से कम एक डोज लग चुका है और 31 प्रतिशत आबादी को दोनों डोज लग चुके हैं.
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