नई दिल्ली: रिजर्व बैंक ने कहा कि करीब 12 लाख करोड़ रुपये के पुराने नोट बैंकिंग सिस्टम में लौट आए हैं. सरकार कह रही है कि सारा पुराना नोट बैंक में आ जाएगा. तो अब सवाल ये है कि जिस काले धन की बात कहकर नोटबंदी की गई वो काला धन कहां है. क्यों देश एक महीने से लाइन में खड़ा है. कहां है काला धन? जिसके लिए नोटबंदी हुई वो पैसा कहां है? पूरा देश यही सवाल पूछ रहा है. 8 नवंबर को 500 और 1000 के पुराने नोट बंद करने का एलान हुआ. एक झटके में बाजार से 15 लाख 44 हजार करोड़ गायब हो गए. देश में मौजूद करेंसी में से 500 और हजार के नोट वाली 86 फीसदी करेंसी बंद कर दी गई. लेकिन नोटबंदी के बाद एक महीने में करीब 12 लाख करोड़ रुपये बैंकिंग सिस्टम में लौट आए हैं. रिजर्व बैंक ने कहा है कि 11 लाख 85 हजार करोड़ रुपये के पुराने नोट वापस जमा किए जा चुके हैं. यानी अब सिर्फ बाजार में या लोगों के पास करीब साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये के ही पुराने नोट बचे हैं और पुराने नोट जमा करने की मियाद 30 दिसंबर तक है ऐसे में माना यही जा रहा है कि सारा पुराना नोट बैंकिंग सिस्टम में लौट आएगा और इसी से सवाल उठा है कि आखिर काला धन कहां है?
सरकार को उम्मीद थी कि करीब 3 से 4 लाख करोड़ रुपया बैंकिंग सिस्टम में नहीं लौटेगा और इसी को काला धन कहा जा रहा था लेकिन ऐसा होता नहीं दिख रहा है. परसों ही देश के राजस्व सचिव हसमुख आढिया ने कहा था. सरकार को उम्मीद है कि बंद हुए 500 और हज़ार के सभी नोट बैंकिंग सिस्टम में वापस आ जाएंगे, नोट वापस आने के बाद इसकी जांच की जाएगी कि कितना कालाधन है. इसीलिए अब विपक्ष भी पूछ रहा है कि जब काला धन है ही नहीं तो देश को लाइन में क्यों खड़ा कर दिया. ऐसे में सवाल यही है कि नोटबंदी से सरकार को जिस चार लाख करोड़ के फायदे का अनुमान लगाया जा रहा था अब उसका क्या होगा? दूसरा सवाल ये है कि अगर 15 लाख करोड़ रुपए वापस बैंक में आ जाएंगे तो काला धन किसे कहेंगे? आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास का कहना है, 'बैंकिंग सिस्टम में जो भी पैसे आ रहे हैं, वो अपने आप व्हाइट मनी नहीं हो जाएंगे, वो तभी होंगे जब इनके सोर्स का पता रहेगा. पूर्व गवर्नर विमल जालान का मानना है कि काला पैसा रियल एस्टेट, गोल्ड, फॉरेन एक्सचेंज की शक्ल में काला धन बन चुका है. जो काला पैसा कैश की शक्ल में रहा ही नहीं, वो कैसे वापस आएगा. बड़े बड़े अर्थशास्त्री भी यही कह रहे हैं कि कोई नहीं जानता कि देश में कितना काला धन है और वो भी कैश में कितना है. तो बड़ा सवाल यही है कि जब काले धन का कुछ अता पता ही नहीं है तो देश एक महीने से लाइन में क्यों खड़ा है.