2000 Rupees Note News: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने शुक्रवार (19 मई) को घोषणा की कि 2000 रुपये के नोट चलन से बाहर किए जाएंगे. आरबीआई की घोषणा के मुताबिक, ये नोट इसी साल (2023) सितंबर तक चलन में रहेंगे. लोगों को इन नोटों को बैंकों में जाकर बदलना होगा. 23 मई से दो हजार रुपये के नोट बदले जा सकेंगे. आरबीआई ने यह भी कहा है कि एक बार में केवल 20,000 रुपये मूल्य के नोट ही बदले जा सकेंगे. वहीं, आरबीआई ने बैंकों से कहा है कि वे तत्काल प्रभाव से 2000 रुपये के नए नोट ग्रहकों को देना बंद कर दें.
बता दें कि 8 नवंबर 2016 को 500 और 1000 रुपये के नोटों के विमुद्रीकरण के बाद 2000 हजार रुपये के नोट जारी किए गए थे. इसके अलावा 500 रुपये के नए नोट भी जारी किए गए थे लेकिन 1000 रुपये का नोट जारी नहीं किया गया था. आइये जानते हैं कि जब 2000 के नोट लॉन्च किए गए थे तब क्या-क्या तर्क दिए गए थे.
लॉन्च के वक्त 2000 रुपये के नोट के बारे में सामने आई थी ये जानकारी
- 2000 रुपये का नोट आकार में 66mm चौड़ा और 166mm लंबा होगा. इसका रंग मैजेंटा बेस बताया गया था.
- यह साफ कर दिया गया था कि इसमें नैनो जीपीएस चिप नहीं होगी.
- नोट के लॉन्च से पहले चिप की अफवाह उड़ी थी और कुछ मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी इसे लेकर खबर चली थी.
- बताया गया था कि नोट की छपाई कर्नाटक के मैसूर में होगी.
- नोटों पर मंगलयान और मार्स ऑर्बिटर मिशन (एमओएम) की तस्वीरें और स्वच्छ भारत अभियान का लोगो और टैगलाइन भी होगी.
- अन्य भारतीय नोटों की तरह 2000 रुपये के नोट में भी महात्मा गांधी की फोटो होगी, यह सेंटर में होगी.
- नोट की मौलिकता को प्रमाणित करने के लिए मूल्यवर्ग अंक '2000' इसमें होगा.
- नोट के बाईं तरफ 'आरबीआई', '2000' देवनागरी लिपि में होगा.
- इसमें 2000 नंबर पारदर्शी तौर पर अंकित होगा जो प्रकाश के सामने दिखाई देगा.
- नोट को जब आंखों के सामने 45 डिग्री के कोण पर रखा जाएगा तो '2000' मूल्यवर्ग की एक छिपी हुई तस्वीर सामने आएगी.
- इसमें देवनागरी लिपि में 'भारत' लिखा हुआ एक सुरक्षा धागा होगा, जिसमें रंग परिवर्तन के साथ आरबीआई और 2000 भी लिखा होगा.
- नोट को झुकाने पर धागे का रंग बदलेगा, जिससे इसके असली होने पुष्टि होगी.
- नोट में गारंटी क्लॉज, गवर्नर के हस्ताक्षर और दाईं ओर आरबीआई का प्रतीक होगा. उनके आगे पोर्ट्रेट और इलेक्ट्रोटाइप वॉटरमार्क दिखाई देंगे.
- नोट मे महात्मा गांधी की तस्वीर के दाईं ओर अशोक स्तंभ का प्रतीक होगा.
- नेत्रहीनों की सुविधा के लिए यह सात ब्लीड लाइनों और एक आयताकार आकार के साथ होगा.