नई दिल्ली: अमेरिका ने पाकिस्तान के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 255 मिलियन डॉलर की सैन्य सहायता रोक दी है. ये कार्रवाई राष्ट्रपति ट्रंप के उस ट्टीट के बाद की गई जिसमें उन्होंने पाकिस्तान पर आतंकवाद को लेकर झूठ बोलने और अमेरिका को मूर्ख बनाने का आरोप लगाया था.

पाकिस्तान और आतंकवाद मामले के जानकार कमर आग़ा ने ABP न्यूज़ से खास बातचीत में बताया कि अमेरिका के इस एक्शन से पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति और आंतकवाद पर क्या असर पड़ेगा. साथ ही उन्होंने बताया है कि अमेरिका के इस फैसले से भारत पर क्या असर होगा?

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  1. पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति पर क्या असर पड़ेगा?

सुरक्षा मामलों के जानकार क़मर आग़ा ने बताया, "अमेरिका की 255 मिलियन डॉलर की इस रोक से पाकिस्तान पर ज्यादा असर नहीं होगा. क्योंकि चीन लगातार उसको आर्थिक मदद दे रहा है. पाकिस्तान जिस तरह से जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रहा है, उससे साफ है कि चीन और साऊदी अरब उसे लगातार हर तरह की मदद कर रहे हैं."

हालांकि इस एक्शन के बाद आने वाले समय में अमेरिका पाकिस्तान के खिलाफ और कड़े फैसले ले सकता है. सिर्फ अमेरिका ही नहीं बल्कि कुछ बाकी देश भी पाकिस्तान के खिलाफ गंभीर प्रतिबंध लगा सकते हैं.

भारत पहले से कहता आ रहा है कि पाकिस्तान एक आतंकी देश बनता जा रहा है और पाकिस्तान में आतंकवाद लगातार फैलता जा रहा है. इस बात को पश्चिमी देश में मानने लगे हैं.

  1. आतंकवाद पर क्या असर पड़ेगा?

‘’अमेरिका के इस फैसले से आतंकवाद पर क्या असर होगा? इस बारे में अभी कुछ भी कहना मुश्किल है. क्योंकि पाकिस्तान की पॉलिसी में अभी कोई बदलाव होता नज़र नहीं आ रहा है. अगर पाकिस्तान अपनी बेसिक पॉलिसी में बदलाव करता है तो आतंकवाद पर कुछ हद तक रोक लगाई जा सकती है. हालांकि पाकिस्तान ने हाफिज के संगठन जमात-उद-दावा के चंदे पर पूरी तरह से रोक लगा दी है. हाफिज के एक और संगठन फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन की फंडिंग को बैन किया गया है. सेक्यूरिटी एंड एक्सचेंज कमीशन ऑफ पाकिस्तान ने इस बारे में नोटिफिकेशिन भी जारी कर दिया है. लेकिन इससे कोई असर नहीं पड़ेगा. ये आतंकी संगठन किसी और नाम और बैंक अकाउंट से चंदा इकट्ठा करते रहेंगे.’’

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  1. अब भारत को दुनिया में किस तरह देखा जाएगा?

‘’भारत कई सालों से अमेरिका से इस तरह की कार्रवाई की मांग कर रहा था. अमेरिका को ये एक्शन पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के कार्यकाल के दौरान ही ले लेना चाहिए था. जब अमेरिकी फोर्सेस ने ओसाम बिन लादेन को पाकिस्तान जाकर मार गिराया था. भारत तभी से कह रहा है कि पाकिस्तान ने आतंकियों को अपने यहां पनाह दे रखा है. पाकिस्तान आतंकियों को ट्रेनिंग देता है. लेकिन पाकिस्तान इस बात को मानने से लगातार इनकार करता रहा है औऱ अमेरिका को मुर्ख बनाता रहता है. इसी बात का जिक्र अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने ट्वीट में भी किया है.’’

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ऐसे में अब भारत की बात सच साबित हुई है. पाकिस्तान का झूठ अमेरिका की समझ में आ गया है और अब एक्शन लेना शुरू कर दिया है. इसलिए भारत के लिए ये बड़ी डिप्लोमेटिक जीत है. अब भारत के साथ और भी देश पाकिस्तान को दिए जाने वाले स्पेशल स्टेट्य को वापस लेने की मांग कर सकते हैं.’’

बता दें कि अमेरिका ने बीते 15 साल में पाकिस्तान को आतंकवाद रोकने के लिए 33 बिलियन डॉलर की मदद की है.