JNU के मेस विवाद को लेकर अब विश्वविद्यालय के ABVP के अध्यक्ष रोहित कुमार की पूरे मामले पर सफाई आई है. JNU के ABVP के अध्यक्ष रोहित कुमार ने कहा है कि पहले से नवरात्र की पूजा को रोकने की साजिश रची गई थी. पूजा शुरू होने से पहले लेफ्ट से जुड़े लोगों ने यहां नारेबाजी की, जिसकी वजह से दो घंटे पूजा देरी से शुरू हुई है. छात्र रविराज के खिलाफ मारपीट हुई है, जिसकी हमने शिकायत दे दी है. रोहित का आरोप है कि लेफ्ट के लोग लगातार यहां इसी तरह का माहौल खराब करते हैं.


उन्होंने कहा कि कल रात हुआ उसके बारे में सिर्फ हम ही जान सकते हैं. उन्होंने कहा कि नॉनवेज पर विवाद का कोई सवाल ही नहीं है. ये लोग JNU को राजनीति का अड्डा बनाने की कोशिश कर रहे हैं. पिछले 7 दिन से साजिश की जा रही थी. एबीवीपी के अध्यक्ष ने कहा कि चिकन वेंडर के साथ हमने मारपीट नहीं की. हमने किसी वेंडर से मारपीट नही की. हमें नॉनवेज से कोई आपत्ति नहीं है. 


एबीवीपी के जेएनयू के अध्यक्ष ने कहा कि लेफ्ट वाले पत्थर चला रहे थे, हमला कर रहे थे. उन्होंने कहा कि हमने अटैक नहीं किया, बल्कि हम पर अटैक हुआ. रोहित कुमार ने कहा कि इन्होंने साढ़े 3 बजे से परेशान करना शुरू कर दिया. कावेरी के छात्रों ने 7 दिन पहले ही तय किया था कि रामनवमी के दिन नॉनवेज नहीं मिलेगा. ये एक हफ्ते से धमका रहे थे.


रोहित कुमार ने कहा कि मुस्लिम स्टूडेंट्स ने भी कह दिया था कि हमे रामनवमी के दिन नॉनवेज नहीं चाहिए. उन्होंने कहा कि केवल रामनवमी न मन पाए, इसके लिए इन्होंने विवाद पैदा किया. लाठी, पत्थर, रॉड लेकर ये हमला करने आये. रोहित ने कहा कि ये केवल खलल डालने आये थे. इन्होंने पहले से प्लान कर के साजिश की थी. लाठी डंडे पत्थर अचानक से कहां से आ जाएंगे, सब सुनियोजित था. छात्र प्रफुल बता रहे हैं कि कैसे उनके साथ मारपीट हुई. छात्रा दिव्या ने कहा कि मेरे ऊपर बोतल और डंडे मारे गए. JNU मामले में दिल्ली पुलिस ने एबीवीपी समर्थित अज्ञात छात्रों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है, जिसमें आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 323/341/509/506/34 लगाई गई हैं.


क्या है पूरा मामला?


जेएनयू में छात्रों के दो गुटों के बीच खाने को लेकर विवाद हो गया. इस विवाद में एबीवीपी और लेफ्ट के छात्र एक दूसरे के आमने सामने आ गए और दोनों के बीच मारपीट भी हुई. एबीवीपी संगठन के छात्रों का कहना है कि लेफ्ट के छात्रों को रामनवमी का प्रोग्राम देखा नहीं गया और रामनवमी और इफ्तार पार्टी का समन्वय बिगाड़ने के लिए वामपंथियों ने हमला किया. वहीं दूसरी ओर लेफ्ट छात्रों का कहना है कि एबीवीपी की डिमांड थी कि मेस में सिर्फ वेज खाना बने और इसीलिए पत्थर चलाया गया जिससे मेस का शीशा टूट गया, छात्र घायल हो गए.