WFI Suspended: यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW) ने गुरुवार (24 अगस्त) को भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) को निलंबित कर दिया. इसको लेकर बीजेपी और केंद्र सरकार पर हमला किया जा रहा है. इस बीच पहलवानों ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इससे दुख हुआ है. 

डब्ल्यूएफआई के निर्वतमान अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले में मुख्य चेहरा रहीं साक्षी मलिक ने कहा कि ये काला दिन है. ये सब बृजभूषण सिंह के कारण हो रहा है. 

भारतीय कुश्ती के लिए काला दिन

उन्होंने एक्स पर लिखा, ''भारतीय कुश्ती के लिए आज काला दिन है. बृजभूषण और उसके गुर्गों के कारण देश के पहलवान तिरंगे के साथ नहीं खेल पाएंगे. तिरंगा देश की शान है और हर खिलाड़ी का सपना होता है कि वह जीतने के बाद तिरंगा को मैदान में लेकर दौड़े. ये बृजभूषण और उसके आदमी देश का कितना नुकसान करेंगे.''

बजरंग पुनिया ने क्या कहा?

पहलवान बजरंग पुनिया ने कांग्रेस नेता और बॉक्सर विजेंदर सिंह की पोस्ट को शेयर किया. इसमें विजेंद्र सिंह ने लिखा कि आज का दिन भारतीय कुश्ती के लिए दुख भरा दिन है. 

योगेश्वर दत्त ने बताया क्या नुकसान होगा?

लंदन ओलंपिक 2012 के कांस्य पदक विजेता योगेश्वर दत्त ने पीटीआई से बात करते हुए कहा, ‘‘भारतीयों के लिए यह दुखद खबर है और विशेषकर पहलवानों के लिए. पिछले छह सात महीनों से कुश्ती बदनाम ही हुई है, भले ही यह ट्रायल्स हों या फिर शोषण का मामला हो.’’

उन्होंने कहा, ‘‘जब आप डब्ल्यूएफआई के निलंबन की बात करते हो तो हमें देखना होगा कि एशियाई खेल और विश्व चैम्पियनशिप बस कुछेक दिन दूर है. हमारे पहलवान वहां जीत भी जायें तो हमारे देश को इसका नुकसान होगा क्योंकि कोटा किसी और देश को चला जायेगा. यह बड़ा नुकसान होगा.’’

योगेश्वर दत्त ने कहा, ‘‘आज पहलवान जिस दुविधा का सामना कर रहे हैं, इससे उनकी ट्रेनिंग प्रभावित होगी और वे ट्रेनिंग नहीं कर पायेंगे. पहलवान भविष्य को लेकर तनाव में हैं कि उनका क्या होगा.’’

करतार सिंह क्या बोले?

न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, दो बार के एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता करतार सिंह ने कहा कि इसका बड़े अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में भारत की उम्मीदों पर बहुत बड़ा असर पड़ेगा. 

उन्होंने कहा, ‘‘चुनावी प्रक्रिया पहले ही इतने लंबे समय से टाली जा चुकी है. बार बार विलंब होना अच्छा नहीं है. सुनवाई की अगली तारीख 28 अगस्त है, अगर ऐसा होता है तो ठीक है. लेकिन फिर भी कुछ नहीं होता तो इससे भारतीय कुश्ती की अपूरणीय क्षति होगी.’’

बृजभूषण शरण सिंह पर क्या आरोप है?

डब्ल्यूएफआई के निर्वतमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवान साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट सहित कई खिलाड़िया ने विरोध प्रदर्शन किया. इन्होंने आरोप लगाया कि सिंह ने महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न किया.

ये मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा और फिर बृजभूषण सिंह के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने दो एफआईआर दर्ज की. इस पूरे मामले को लेकर जांच चल रही है. प्रदर्शनकारी खिलाड़ी प्रदर्शन के दौरान लगातार मांग करते रहे कि सिंह को उनके पद से हटाया जाए. 

डब्ल्यूएफआई के चुनाव क्यों नहीं हुए?

यूडब्ल्यूडब्ल्यू ने 28 अप्रैल को चेतावनी दी थी कि अगर 45 दिनों में चुनाव नहीं कराया गया तो डब्ल्यूएफआई को निलंबित कर सकते हैं. इसको देखते हुए डब्ल्यूएफआई के चुनाव सात मई को कराने का निर्णय लिया गया, लेकिन इसे खेल मंत्रालय ने अमान्य करार दे दिया. 

इसके बाद 11 जुलाई की तारीख तय की गई, लेकिन असम कुश्ती संघ गुवाहाटी होई कोर्ट चला गया और कोर्ट ने इलेक्शन पर रोक लगा दी. फिर सुप्रीम कोर्ट ने गुवाहाटी होई कोर्ट के फैसले को पलट दिया. अब पूरा मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है. 

इनपुट भाषा से भी. 

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