West Bengal Panchayat Election 2023: पश्चिम बंगाल में बीते दिनों हुए बहुचर्चित पंचायत चुनाव में कोर्ट की ओर से एक और आदेश जारी किया गया है. दरअसल राज्य के राजारहाट में मतदाताओं के बहिष्कार के बावजूद इस इलाके में 95 फीसदी वोटिंग दर्ज की गई. अब इसको लेकर कलकत्ता हाई कोर्ट एक्शन में दिख रहा है. 


कलकत्ता हाई कोर्ट ने मंगलवार (18 जुलाई) को राज्य पुलिस अधिकारियों को बंगाल के राजारहाट निर्वाचन क्षेत्र में मतदान प्रतिशत विवाद की जांच करने का निर्देश दिया. बता दें कि हाई कोर्ट की ओर से यह आदेश राज्य के पूर्व मंत्री गौतम देव के बेटे सप्तर्षि देव की ओर से इस पर याचिका दायर करने के बाद आया है. 


कोर्ट ने दिए जांच के आदेश
पश्चिम बंगाल में 8 जुलाई को हुए पंचायत चुनाव में राज्य के कई हिस्सों में हिंसा हुई थी. वहीं राजारहाट के जांगड़ा हटियारा नंबर 2 पंचायत बूथ पर बड़ी संख्या में मतदाताओं की ओर से चुनावों का बहिष्कार करने के बावजूद, यहां पर  95 प्रतिशत मतदान हुआ. जिसके बाद इसको लेकर हाई कोर्ट में कई याचिकाएं दायर की गई थी. 


हाई कोर्ट की ओर से याचिकर्ताओं के इस मामले को संज्ञान में लेते हुए जस्टिस अमृता सिन्हा ने राज्य के महानिदेशक (डीजी) और महानिरीक्षक (आईजी) को मामले की पूरी जांच शुरू करने को कहा है. वहीं कोर्ट की ओर से राजारहाट के खंड विकास अधिकारी (बीडीओ) को भी बुलाया गया है. 


जानकारी के मुताबिक कई लोगों की ओर से इस मामले को लेकर पहले राज्य चुनाव आयोग को शिकायतें सौंपी गईं, लेकिन उनकी ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई. जिसके बाद सप्तर्षि देव की ओर से इस मामले पर याचिकाएं दायर करने के बाद अदालत ने यह आदेश जारी किया. कोर्ट ने 95 प्रतिशत मतदान पर आश्चर्य जाहिर किया. 


चुनावी हिंसा में करीब 40 लोगों की गई जान
पश्चिम बंगाल में 8 जुलाई को पंचायत चुनावों के लिए मतदान में व्यापक पैमाने पर हिंसा हुई थी. मतदान के दौरान मत पेटियां लूटी गई, मतपत्रों में आग लगायी गयी और कई स्थानों पर विपक्षियों पर बम भी फेंके गए. राज्य में आठ जून को चुनाव प्रक्रिया शुरू होने के बाद से हुई हिंसा में अब तक करीब 40 लोगों की जान जा चुकी है. 


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