North Dinajpur Minor Girl Dead Body Case: पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर के कालियागंज में शुक्रवार (21 अप्रैल) सुबह एक 17 वर्षीय लड़की का शव मिलने के बाद से परिजन सदमे हैं तो स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश है. परिवार ने बेटी की हत्या का आरोप लगाया है जबकि प्रशासन ने कहा है कि जहर खाने के कारण किशोरी की जान गई.
हालांकि, अधिकारियों ने कहा है कि लड़की ने जहर खुद खाया या उसे खिलाया गया, अभी इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है. इस मामले के चलते इलाके में आगजनी भी देखी गई.
पुलिस मामले की जांच कर रही है. खबर लिखे जाने तक शव का अंतिम संस्कार नहीं हुआ था. स्थानीय प्रशासन ने मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें एक युवक और उसके पिता शामिल हैं.
परिवार ने की सीबीआई जांच की मांग
मृतका के परिवार ने कहा है कि उसे स्थानीय प्रशासन पर भरोसा नहीं है. लड़की की मां ने मामले में सीबीआई जांच की मांग की है. लड़की की मां ने कहा, ''मैं अपनी बच्ची के लिए इंसाफ चाहती हूं, हमें राज्य पर भरोसा नहीं है. वो गलत मामला बना रहे हैं, इसलिए हम सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं.''
परिजनों ने आरोप लगाया है कि पुलिस कार्रवाई करने के बजाय आरोपी की रक्षा कर रही है और ऐसा बड़े नेताओं या अधिकारियों के कहने पर किया जा रहा है.
'हमारी बेटी ने कोई जहर नहीं खाया'
लड़की के चाचा ने कहा, ''हमारी बेटी ने कोई जहर नहीं खाया है. पुलिस सफेद झूठ बोल रही है और मामला दबाने की कोशिश कर रही है. पुलिस चाहती है कि हम चुप रहें और कुछ न बोलें. मुख्यमंत्री जो आदेश देती हैं वही तो पुलिस कर रही है. जहर पीने की जो बात है तो अगर मेरी बेटी ने जहर खुद पिया है तो थाने पर जाकर कोई अपराधी ने क्यों खुद को सरेंडर किया है.'' उन्होंने कहा, ''हम सब एक ही है और हम सब भारतवासी हैं. जो सच्चाई है वो सामने आए और अपराधियों को फांसी की सजा मिले.''
चश्मदीदों ने क्या देखा?
एक चश्मदीद ने बताया कि शव जिस अवस्था में मिला वो कई सवाल खड़े करता है. शव को जब लेकर आया गया तो पैंट नहीं थी लेकिन बाकी कपड़े थे. उसके पास से एक बोतल पड़ी थी लेकिन वो जहर की नहीं थी.
पुलिस अधीक्षक ने क्या कहा?
दिनाजपुर की पुलिस अधीक्षक सना अख्तर ने कहा, ''मामले में पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आई है, जिसमें बोर्ड ऑफ डॉक्टर का कहना है कि मौत जहर से हुई है. हमने परिवार की शिकायत के आधार पर रिपोर्ट दर्ज की है और दो लोगों को गिरफ्तार किया है, जिन्हें अदालत ने चौदह दिन की पुलिस हिरासत में भेजा है.''
मामले पर सियासत शुरू
लड़की की मौत के मामले पर सियासत भी शुरू हो चुकी है. पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार पीड़ित परिजनों से मिलने भी पहुंचे. हालांकि पुलिस ने उन्हें मिलने की इजाजत नहीं दी थी. वहीं, राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. टीएमसी ने बीजेपी पर आरोप लगाया है कि वह ट्वीट करके बच्चों के शव पर राजनीति कर रही है. टीएमसी नेताओं का दावा है जनता इसका जवाब बीजेपी को देगी.
मृतका की उम्र 17 वर्ष होने के कारण मामले पर बाल आयोग और एससी-एसटी कमीशन ने भी संज्ञान लिया है. दोनों से शीर्ष अधिकारी मौके पर पहुंचे और पश्चिम बंगाल सरकार के रवैये पर सवाल उठाए.
एससी-एसटी कमीशन के अधिकारी ने यह कहा
एससी-एसटी कमीशन एक अधिकारी अरुण हलदार ने कहा, ''मुझे किसी ने भेजा है. देश में कही भी घटना होती है तो हम जाते हैं. हम देख रहे हैं कि प्रदेश में दूसरी एससी आबादी है. कमीशन को यहां जानबूझकर किसी तरह की मदद नहीं की गई. ये बड़ी घटना है, इसलिए जिले के डीएम और एसपी को रहना चाहिए था. इसके खिलाफ हम एक्शन लेंगे. इन अधिकारियों को भी दिल्ली बुलाएंगे. जब ये (अधिकारी) कमीशन के साथ ऐसा कर रहे हैं तो स्थानीय लोगों के साथ क्या करते होंगे.''
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