कोलकाताः पूर्वी मिदनापुर जिले में सोमवार को बीजेपी की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष की कार पर हमला हुआ. वो आज सुबह एक बैठक में हिस्सा लेने के लिए 10-12 कारों के काफिले के साथ जिले में पहुंचे थे. एक पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी. घोष ने दावा किया है कि उन पर हमला तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की 'करतूत' है. हालांकि, तृणमूल कांग्रेस ने इस आरोप को नकार दिया है.

बहरहाल, पुलिस अधिकारी ने कहा कि ये पता लगाया जा रहा है कि हमले के पीछे किन उपद्रवियों का हाथ है. अधिकारी ने कहा, ''कोंटई सेंट्रल बस स्टैंड के पास पार्टी के एक बैठक स्थल में प्रवेश के वक्त घोष को काले झंडे दिखाए गए, जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच झड़प हो गई. उपद्रवियों ने प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष की कार की खिड़कियों के शीशे भी तोड़ दिए.''

पुलिस ने कहा है कि हालात काबू में है और घोष की बैठक तय कार्यक्रम के अनुसार हो रही है. अधिकारी ने कहा, ''पुलिसकर्मियों को बड़ी संख्या में इलाके में तैनात किया गया है और हम हालात पर नजर रख रहे हैं. उप्रदवियों की पहचान करने की कोशिश की जा रही है.''

प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि हमले के बाद 10 कार्यकर्ताओं को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उन्होंने बताया, ‘‘तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने मेरी कार की खिड़की के शीशे तोड़ दिए और काफिले में शामिल 30 मोटरसाइकिलों को नुकसान पहुंचाया. हमारे कम से कम 10 कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया.’’

बीजेपी नेता ने कहा कि उन पर पहले भी ऐसे हमले हो चुके हैं. उन्होंने कहा, ''अगर तृणमूल कांग्रेस और उसका नेतृत्व समझता है कि वे ऐसे तौर-तरीके अपनाकर बीजेपी को रोक लेंगे तो वे मुगालते में हैं. बंगाल के लोग हमारे साथ हैं.''

घोष ने आरोप लगाया कि उपद्रवियों की ओर से जब उनकी कार पर हमला किया जा रहा था, उस वक्त तृणमूल कांग्रेस के स्थानीय सांसद दिव्येंदु अधिकारी वहां मौजूद थे. बहरहाल, दिव्येंदु ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि वो घटनास्थल के आसपास भी नहीं थे. उन्होंने कहा कि ये हमला बीजेपी की अंदरूनी लड़ाई का नतीजा है.