नई दिल्लीः अमरोहा के रज्जाकपुर गांव में हुए पोल खोल धावा बोल कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे राष्ट्रीय लोक दल के युवा नेता जयंत चौधरी ने यूपी सरकार द्वारा फतवे पर कानून बनाये जाने की सम्भावनाओं पर कहा कि देश धर्म गुरुओं से नहीं चलता. देश धार्मिक है लेकिन धर्म में व्यक्तिगत आस्था का सवाल है जो किसी धर्म गुरु के कहने से मात्र नहीं बदलेगा और न ही समाज बदलेगा. इसके अलावा छोटे चोधरी ने कहा कि प्रदेश भर के ग्रामीण और शहरी इलाकों में बढ़ी बिजली दरों को वापस कराने को लेकर राष्ट्रीय लोकदल 13 अगस्त को प्रदेश भर के बिजली घरों का घिराव करके आंदोलन करने जा रही है. उम्मीद है कि सरकार बढ़ी बिजली दरों को वापिस करेगी.
जब छोटे चौधरी से 2019 के लोकसभा चुनाव में गठबंधन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि 4 उपचुनाव हुए हैं. उन के नतीजे बयान करते हैं कि जनता की इच्छा है कि विपक्ष मजबूत हो उसका हम प्रयास करेंगे और हम एंटी मोदी फ्रंट में सबसे आगे तलवार लिए भागेंगे और इस देश के लिए भागेंगे. जिस तरह से सरकार देश के अंदर नफरत को फैलाने का काम कर रही है, सरकार और उनकी पार्टी के लोग लगातार ऐसी घटना और भावनाओं को बढ़ावा देना चाह रहे हैं जो देश की अखंडता के आगे सुरक्षा के आगे खतरा पैदा कर सकता है. हम उस माहौल के खिलाफ हैं.
अगर राष्ट्रीय लोकदल, सपा और कांग्रेस के साथ गठबंधन करेंगे तो बसपा इस गठबंधन में शामिल नहीं होगी इस सवाल पर जवाब देते हुए छोटे चौधरी ने कहा कि ऐसा कोई विरोध नहीं है ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं. जिनको जानकारी नहीं है वही जानकारी के अभाव में बैठे बैठे कुछ का कुछ सोचते हैं और मनगढ़ंत बातें बनाते हैं. यह उनके दिमाग की उपज है.. जब बातचीत होगी तो पता लगेगा लेकिन अभी तक यही अंदेशा है कि सब का रुख सकारात्मक है.
छोटे चौधरी के इस जवाब के बाद यह जरूर माना जाए कि छोटे चौधरी ने बसपा के द्वारा किसी प्रकार के विरोध से इंकार कर दिया है. छोटे चौधरी ने बिहार की नीतीश सरकार पर बिहार में हुए बलात्कार के मुद्दे पर बोलते हुए कहा कि ये बिहार सरकार की नाकामयाबी है क्योंकि सरकारी संस्थानों में ये हुआ है. जो एक महिला फरार है उसे क्यों फरार होने दिया गया? यह बहुत बड़ी कमी है और यहीं नहीं सरकार उनको सम्मानित करने जा रही थी. छोटे चौधरी ने गठबंधन के दौरान सीटों के सवाल पर कहा कि छोटी क्षेत्रीय पार्टी वह अपने लोगों के साथ सीधा जुड़ी हुई हैं और 2019 के चुनाव में उनकी बहुत बड़ी भूमिका निश्चित रूप से होगी.