नई दिल्ली: सोशल मीडिया पर बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा का एक प्रेस कॉन्फ्रेंस इन दिनों चर्चा में है. दरअसल एबीपी न्यूज पर प्रसारित इस प्रेस कॉन्फ्रेंस की एक तस्वीर के जरिए सोशल मीडिया पर झूठ फैलाया जा रहा है. झूठी तस्वीर में दावा किया जा रहा है कि संबित पात्रा ने किसानों को गद्दार बताया है. जानें इस दावे का सच क्या है?

क्या दावा किया जा रहा है?

दावा है कि संबित पात्रा ने हरिद्वार से दिल्ली आ रहे किसानों को गद्दार कहा है. वायरल तस्वीर के ज़रिये देश के सबसे विश्वसनीय न्यूज चैनल एबीपी न्यूज का सहारा लिया गया ताकि लोग ब्रेकिंग प्लेट पर लिखी बात को सच माने. वायरल तस्वीर में सबसे ऊपर लिखा है, ‘’बीजेपी की प्रेस कॉन्फ्रेंस LIVE. बीजेपी की प्रेस कॉन्फ्रेंस के साथ वायरल तस्वीर में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की तस्वीर है. इसी वायरल तस्वीर के नीचे ब्रेकिंग न्यूज में एक अशुद्ध वाक्य लिखा है. ‘ध्यान दीजिये’.

अनारकली ऑफ आरा के निर्देशक ने इसे सच मान लिया

एबीपी न्यूज की ब्रेकिंग प्लेट बताकर इस तस्वीर को सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है. इसलिए हर किसी को पहली नजर में इस खबर पर यकीन हो रहा है. साल 2017 में आई फिल्म अनारकली ऑफ आरा के निर्देशक अविनाश दास ने इसे सच मान लिया और वायरल तस्वीर को शेयर करते हुए संबित पात्रा से पूछा, ‘’ये क्या है संबित जी ? थोड़ा शर्म तो बाकी रहने दीजिए.’’

सच क्या है?

बता दें कि तस्वीर के साथ छेड़छाड़ की गई है. बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने उस दिन राजघाट पर राहुल गांधी के उपवास को लेकर प्रेस कांफ्रेंस की थी. इसी प्रेस कॉन्फ्रेंस से एक तस्वीर लेकर उसका विषय बदलकर सोशल मीडिया पर फैलाया जा रहा है. बड़ी चालाकी से ब्रेकिंग न्यूज में लिखे शब्द और लिखावट को बदल दिया गया है. यहां तक की नीचे पीले रंग की पट्टी की जगह लाल पट्टी चिपकाकर गलत खबर लगा दी गई है. जिसमें मात्राओं की भी गलती है.

फोटो का गलत इस्तेमाल कर लोगों में भ्रम फैलाने की कोशिश 

साफ हो जाता है कि वायरल तस्वीर में एबीपी न्यूज के फोटो का गलत इस्तेमाल कर लोगों में भ्रम फैलाने की कोशिश की गई. संबित पात्रा ने खुद ट्वीट करके कहा है, ‘’बीजेपी की तरफ से ऐसी कोई प्रेस कॉन्फ्रेंस कभी नहीं की गई. तस्वीर के साथ छेड़छाड़ कर झूठी खबर फैलाई जा रही है ताकि देश का माहौल खराब हो.’’

इसलिए ABP न्यूज अपील करता है कि ऐसी फेक न्यूज से सावधान रहें. हमारी पड़ताल में एबीपी न्यूज के नाम से फैलायी जा रही खबर झूठा साबित हुआ है.