उपराष्ट्रपति चुनाव से पहले विपक्ष के उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी ने रविवार (07 सितंबर, 2025) को सांसदों से अपील की है कि वे पार्टी निष्ठा को अपने चयन का आधार न बनने दें और उन्हें इस पद के लिए जिताकर यह सुनिश्चित करें कि राज्यसभा लोकतंत्र के एक सच्चे मंदिर के रूप में स्थापित हो.

वीडियो संदेश में रेड्डी ने सांसदों से कहा कि वह उनका समर्थन अपने लिए नहीं, बल्कि उन मूल्यों के लिए चाहते हैं, जो हमें एक संप्रभु लोकतांत्रिक गणराज्य के रूप में परिभाषित करते हैं. रेड्डी ने संसद सदस्यों के लिए 12 मिनट से अधिक के अपने वीडियो संदेश में कहा, ‘इस चुनाव में कोई पार्टी व्हिप नहीं है और मतदान गुप्त है.'

'भारत की भावना के लिए वोट'

उन्होंने कहा, 'किसी राजनीतिक दल के प्रति निष्ठा नहीं, बल्कि देश के प्रति प्रेम ही आपके चुनाव का आधार होना चाहिए. आप सभी की नैतिक जिम्मेदारी है कि हम अपने प्रिय राष्ट्र की अंतरात्मा और आत्मा की रक्षा करें. मुझे यह पद सौंपकर आप संसदीय परंपराओं की रक्षा करने, बहस की गरिमा बहाल करने और यह सुनिश्चित करने का चुनाव करेंगे कि राज्यसभा लोकतंत्र के सच्चे मंदिर के रूप में बनी रहे.’

उन्होंने कहा कि यह सिर्फ उपराष्ट्रपति चुनने के लिए वोट नहीं है, यह भारत की भावना के लिए वोट है. आइए, हम सब मिलकर अपने गणतंत्र को मजबूत बनाएं और एक ऐसी विरासत बनाएं, जिसे पाकर आने वाली पीढ़ियां गर्व महसूस करें.

विनम्रता और जिम्मेदारी की गहरी भावना

सांसदों को भेजे अपने संदेश में रेड्डी ने कहा कि वह महान गणराज्य के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में विनम्रता और जिम्मेदारी की गहरी भावना के साथ उनके सामने खड़े हैं. उन्होंने कहा, ‘भारत का लोकतंत्र हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के सर्वोच्च बलिदान पर निर्मित हुआ है और दशकों तक उनकी दूरदर्शिता से पोषित हुआ है.’

रेड्डी ने कहा, ‘आज, जब लोकतांत्रिक स्थान सिकुड़ रहा है और नागरिकों के अधिकार दबाव में हैं तो हमारे लोकतांत्रिक गणराज्य की आत्मा की रक्षा करना हमारा कर्तव्य है.’ उन्होंने कहा कि उनकी उम्मीदवारी कोई व्यक्तिगत आकांक्षा नहीं है, बल्कि भारत के लोकतांत्रिक ताने-बाने की रक्षा और उसे मजबूत करने का एक सामूहिक प्रयास है.

दक्षिण भारत से उपराष्ट्रपति पद के दोनों उम्मीदवार

उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव 09 सितंबर को होगा. सत्तारूढ़ राजग के उम्मीदवार सी. पी. राधाकृष्णन और संयुक्त विपक्ष के उम्मीदवार रेड्डी के बीच सीधा मुकाबला होगा. इस बार दोनों उम्मीदवार दक्षिण भारत से हैं, जिनमें राधाकृष्णन तमिलनाडु से और रेड्डी तेलंगाना से हैं. उपराष्ट्रपति चुनाव को विपक्ष ने एक वैचारिक लड़ाई बताया है, जबकि संख्या बल सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के पक्ष में है.

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