विपक्ष के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार न्यायमूर्ति बी सुदर्शन रेड्डी ने उपराष्ट्रपति चुनाव में हार के पहली प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, "आज सांसदों ने उपराष्ट्रपति के चुनाव में अपना फैसला सुना दिया. मैं इस परिणाम को पूरी ईमानदारी और हमारे लोकतंत्र पर अटल विश्वास के साथ स्वीकार करता हूं."
क्या कहा सुदर्शन रेड्डी ने?सुदर्शन रेड्डी ने आगे कहा कि भले ही चुनाव में परिणाम उनके पक्ष में नहीं आया, लेकिन जो बड़े उद्देश्य के लिए वे सभी मिलकर संघर्ष कर रहे थे, वह अब भी जारी है. उन्होंने यह भी कहा कि विचारधारा की यह लड़ाई और भी ताकत के साथ चलती रहेगी. साथ ही उन्होंने नए उपराष्ट्रपति चुने गए श्री सी.पी. राधाकृष्णन के लिए शुभकामनाएं दी और कहा कि वे अपने कार्यकाल में देश सेवा में सफल रहें. सीपी राधाकृष्णन ने सुदर्शन रेड्डी को 152 वोटों से हरायासीपी राधाकृष्णन भारत के नए उपराष्ट्रपति बने हैं. वे एनडीए के उम्मीदवार थे और महाराष्ट्र के राज्यपाल भी रह चुके हैं. इस चुनाव में कुल 788 लोग वोट डाल सकते थे, लेकिन 781 लोगों ने वोटिंग में हिस्सा लिया. वोटिंग का प्रतिशत बहुत ज्यादा, 98.2% रहा. कुल 767 वोट डाले गए, जिनमें से 752 वोट सही माने गए. सीपी राधाकृष्णन को 452 वोट मिले, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी सुदर्शन रेड्डी को 300 वोट मिले. सीपी राधाकृष्णन ने 152 वोटों के बड़े अंतर से यह चुनाव जीत लिया.
बीजेपी और कांग्रेस में जुबानी जंग तेजउपराष्ट्रपति चुनाव के नतीजों को लेकर बीजेपी और कांग्रेस के बीच जुबानी जंग भी शुरू हो गई है. बीजेपी आईटी सेल के चीफ अमित मालवीय ने कटाक्ष करते हुए कहा, "सभी 315 विपक्षी सांसदों ने वोट तो डाला… लेकिन असली सवाल यह है कि किसे दिया!" इस पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने जवाब दिया कि "बीजेपी सिर्फ अंकगणित में जीतती है, नैतिक रूप से उसकी हार है."
जयराम रमेश का बड़ा बयानइसके पहले कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर बड़ा बयान दिया था. उन्होंने बताया कि मतदान प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और विपक्ष की ओर से 100 प्रतिशत उपस्थिति दर्ज की गई. रमेश ने कहा कि विपक्ष के सभी 315 सांसद मतदान के लिए पहुंचे, जो अब तक का अभूतपूर्व रिकॉर्ड है.