Vice President Election 2022: बीजेपी ने उपराष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए एनडीए के तौर पर पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) के नाम की घोषणा की है. उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर बन रहे समीकरण को देखकर ये तय माना जा रहा है कि जगदीप धनखड़ ही देश के अगले उपराष्ट्रपति (Vice President) चुने जाएंगे. जगदीप धनखड़ राजस्थान (Rajasthan) के चर्चित नेता रहे हैं. उनके राजनीतिक जीवन से जुड़े कई रोचक किस्से भी हैं. 


जगदीप धनखड़ जाट समुदाय से संबंध रखते हैं. अपने समय के अधिकांश जाट नेताओं की तरह जगदीप धनखड़ भी मूल रूप से देश के पूर्व उपप्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल (Devi Lal) से जुड़े हुए थे. चौधरी देवीलाल भी जाट समुदाय से थे. तब युवा वकील रहे जगदीप धनखड़ का राजनीतिक सफर तब आगे बढ़ना शुरू हुआ, जब ताऊ देवीलाल ने उन्हें 1989 में कांग्रेस का गढ़ रहे झुंझुनू संसदीय क्षेत्र से विपक्षी उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतारा था और धनखड़ ने जीत दर्ज की. 


कांग्रेस के टिकट पर बने विधायक


इसके बाद जगदीप धनखड़ 1990 में वीपी सिंह के नेतृत्व वाली सरकार में केंद्रीय मंत्री बने. वहीं जब पीवी नरसिंह राव प्रधानमंत्री बने तो वह कांग्रेस में शामिल हो गए. वह 1993 में हुए राजस्थान विधानसभा चुनाव में किशनगढ़ से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीते थे. राजस्थान की राजनीति में फिर अशोक गहलोत का प्रभाव बढ़ने पर धनखड़ बीजेपी में शामिल हो गए थे और कहा जाता है कि वह जल्द ही वसुंधरा राजे के करीबी बन गए. 


जाट समुदाय में रखते हैं अच्छी खासी साख


राजस्थान में जाटों को आरक्षण दिलाने में भी जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) की अहम भूमिका रही है. धनखड़ की जाट समुदाय में अच्छी खासी साख है. जगदीप धनखड़ का राजनीतिक सफर उस समय करीब एक दशक के लिए थम गया, जब उन्होंने अपने कानूनी करियर पर अधिक ध्यान केंद्रित किया. जुलाई 2019 में धनखड़ को पश्चिम बंगाल (West Bengal) का राज्यपाल नियुक्त किया गया था और तब से राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) की आलोचना करने को लेकर वह अक्सर सुर्खियों में रहे हैं.


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