फरवरी यानी प्यार का महीना. इस महीने का इंतजार कई लोगों को साल भर रहता है. 7 फरवरी से प्यार के हफ्ते की शुरुआत हो जाती है और दुनिया भर में लोग अपनी प्रेमिका को उनके खास होने का एहसास दिलाते रहते हैं. वैलेंटाइन डे के खास दिन पर हम आपको खास शख्स की प्रेम कहानी के बारे में बताने जा रहे हैं. ये कहानी है बिजनेस के दुनिया के भीष्म पितामह की. टाटा समूह को बुलंदियों पर पहुंचाने वाले रतन टाटा से तो भारत का कोई भी व्यक्ति अनजान नहीं होगा.
मोहब्बत को मुकाम पर नहीं पहुंचा सके टाटा रतन एक सफल कारोबारी थे ये तो पूरी दुनिया को पता है लेकिन उनकी प्रेम कहानी भी उनकी तरह ही जुदा है ये शायद ही आपको पता होगा. आपको ये जानकर हैरानी होगी कि लाखों-करोड़ों लोगों की प्रेरणा रहे रतन टाटा ने भी कभी अपने परिवार के लिए अपने प्यार को कुर्बान कर दिया था. उन्होंने ऐसी मोहब्बत की थी जो अपने मुकाम तक नहीं पहुंच सकी है. ऐसा खुद उन्होंने CNN को कुछ साल पहले दिए इंटरव्यू में कहा था. सीएनएन के उस इंटरव्यू में रतन टाटा कहते नजर आए थे कि उन्हें अब तक 4 बार 'सीरियस' प्यार हुआ है. उन्होंने बताया कि एक बार तो उन्हें शादी वाला मुकाम हासिल होने ही वाला था कि भारत-चीन युद्ध(1962) हो गया.
इस किस्से को बताते हुए टाटा कहते हैं, 'उस वक्त मैं अमेरिका में काम किया करता था और मुझे शिद्दत वाला प्यार भी हुआ था. लेकिन उस दौरान भारत में उनकी दादी की तबीयत खराब हो गई और उनकी अपने पोते रतन टाटा से मिलने की इच्छा थी. इसके चलते रतन टाटा को भारत लौटना पड़ा और उस समय ये तय हुआ था कि रतन टाटा की प्रेमिका भी भारत आएंगी और तब दोनों शादी करेंगे.
तब तक भारत-चीन विवाद शुरू हो गया. फिर क्या, वो नहीं आई और कुछ वक्त बाद उनकी शादी यूएस में ही किसी और से हो गई.
रत्न टाटा को चार बार हो चुका है प्यार
इसके अलावा उन्होंने बड़ौदा मैनेजमेंट एसोसिएशन (बीएमए) के एक प्रोग्राम में स्टूडेंट्स के साथ कई निजी एक्सपीरियंस को साझा करते हुए कहा था कि उन्हें जीवन में चार बार प्यार हुआ, लेकिन वे कंवारे ही रहे. उन्होंने कहा कि हर बार किसी न किसी वजह से उनकी शादी नहीं हो पाई . वह आगे कहते हैं कि ये अच्छी बात है कि उनकी शादी नहीं हो सकी, यदि होती तो हालात ज्यादा कठिन हो जाते.
अपने जीवन के बारे में क्या मानते हैं रतन टाटा- जानें क्या कहा
रतन टाटा ने अपने जीवन के इस पहलू के बारे में रेन्डेज़वस विद सिमी ग्रेवाल कार्यक्रम में होस्ट सिमी ग्रेवाल से बात करते हुए कहा कि उन्हें कभी -कभी जवीन में अकेलापन लगता है और लगता है कि किसी के साथ होते तो कैसा होता. हालांकि बाद में उन्होंने ये भी कहा कि एक तरह से ये अच्छा है क्योंकि उन्हें किसी की चिंता नहीं करनी होती है और किसी के बारे में लगातार सोचने की जरूरत नहीं है. लिहाजा वो अपने काम पर बेहतर तरीके से ध्यान दे पा रहे हैं.
रतन टाटा ने एक और बात जो बताई वो ये कि उनको जीवन में चार बार प्रेम हुआ पर हर बार किसी ना किसी वजह से वो प्यार शादी के मुकाम तक नहीं पहुंच पाया और वो जीवन के इस खूबसूरत आयाम से अनजान रह गए.