नई दिल्ली: पहली बार भारत दौरे पर आए अमेरिका के रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने आज नेशनल वॉर मेमोरियल पर श्रद्धांजलि अर्पित की. इसके बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विज्ञान भवन में लॉयड ऑस्टिन का स्वागत किया और गार्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किया गया.

अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड जेम्स ऑस्टिन कुछ देर में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और एनएसए अजीत डोभाल से दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग को मजबूत करने के विषय पर बातचीत करेंगे. बाइडेन प्रशासन के किसी शीर्ष मंत्री की पहली यात्रा के तहत अमेरिकी रक्षा मंत्री ऑस्टिन तीन दिनों के दौरे पर शुक्रवार को भारत पहुंचे हैं. उनके आने का उद्देश्य हिंद-प्रशांत सहित क्षेत्र में चीन की बढ़ती सैन्य आक्रमकता के मद्देनजर द्विपक्षीय रक्षा और सुरक्षा संबंधों को और मजबूत करना है.

ऑस्टिन की पीएम मोदी से मुलाकात इससे पहले कल शाम लॉयड जेम्स ने पीएम मोदी से मुलाकात की थी. प्रधानमंत्री और ऑस्टिन के बीच हुई चर्चा के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा कि अमेरिकी रक्षामंत्री ने द्विपक्षीय रक्षा संबंध को मजबूत करने की वॉशिंगटन की प्रतिबद्धता को दोहराया. हिंद-प्रशांत क्षेत्र एवं उससे परे शांति, स्थिरता और संपन्नता के लिए रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने की 'तीव्र इच्छा व्यक्त' की.

अमेरिकी रक्षा मंत्री का यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है, जब भारत और चीन पूर्वी लद्दाख में टकराव वाले सभी स्थानों से सैनिकों को पीछे हटाने के लक्ष्य को हासिल करने पर गौर कर रहे हैं. दोनों देशों ने पैंगोंग झील के उत्तरी और दक्षिणी तटों से लगे इलाकों से अपने सैनिकों को हटाने का कार्य पूरा कर लिया है. ऑस्टिन और सिंह ने 27 जनवरी को टेलीफोन पर वार्ता की थी. भारत-अमेरिका रक्षा संबंधों ने पिछले कुछ सालों में नए मुकाम हासिल किए हैं. जून 2016 में अमेरिका ने भारत को 'प्रमुख रक्षा साझेदार' का दर्जा दिया था.

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