US On Gurpatwant Singh Pannun: अमेरिका के उप विदेश मंत्री रिचर्ड आर वर्मा ने मंगलवार (20 फरवरी) को कहा कि गुरपतवंत सिंह पन्नू को मारने की विफल साजिश में एक भारतीय अधिकारी की कथित संलिप्तता पर अमेरिका भारत के साथ जुड़ा रहेगा और इस मामले की जांच करने वाली भारतीय समिति के निष्कर्षों का इंतजार कर रहा है.


रिचर्ड वर्मा 2015-17 के दौरान नई दिल्ली में अमेरिकी दूत के रूप में कार्य कर चुके हैं. उन्होंने कहा कि भारतीय पक्ष ने मामले को बहुत गंभीरता से लिया है, लेकिन इसकी डिटेल में नहीं गया. उन्होंने यह भी कहा कि हर मोर्चे पर  भारत और अमेरिका के बीच संबंध उस गति और पैमाने पर आगे बढ़ रहे हैं जिसके बारे में कई लोगों ने कुछ साल पहले सोचा नहीं था.


बता दें कि भारत ने खालिस्तान समर्थक गुरपतवंत सिंह पन्नू को आतंकवादी घोषित किया है और उसके संगठन सिख फॉर जस्टिस को गैरकानूनी करार दिया है.


पन्नू पर पूछे गए सवाल का रिचर्ड वर्मा ने दिया ये जवाब


रिचर्ड वर्मा ने ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन (ORF) में एक सत्र के दौरान पन्नू पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा, ''हमने भारत सरकार के सामने अपनी चिंताओं को उठाया. इस मामले की जांच के लिए एक जांच समिति है और हम (भारत) सरकार के साथ जुड़े रहेंगे और उनके निष्कर्षों का इंतजार करेंगे. उन्होंने (भारत) इसे बहुत गंभीरता से लिया है.''


क्या है मामला?


पिछले साल नवंबर में मैनहट्टन कोर्ट में अमेरिकी अभियोजको ने एक अभियोग दायर किया था, जिसमें आरोप लगाया था कि निखिल गुप्ता नाम के भारतीय नागरिक ने एक अज्ञात भारतीय अधिकारी के निर्देशों पर काम करते हुए, अमेरिकी धरती पर पन्नू की हत्या कराने की कोशिश की.


उन्होंने आरोप लगाया कि निखिल गुप्ता ने अपने काम में  मदद के लिए एक ऐसे शख्स से संपर्क साधा था जिसके बारे में उनका मानना था कि वह एक आपराधिक सहयोगी था. हालांकि, गुप्ता ने जिस व्यक्ति से संपर्क किया वह अमेरिकी कानून प्रवर्तन के साथ काम करने वाला एक गोपनीय सोर्स था.


अभियोग के अनुसार, इस सोर्स ने गुप्ता को एक कथित हिटमैन से मिलवाया, जो एक अंडरकवर अमेरिकी कानून प्रवर्तन अधिकारी था. निखिल गुप्ता फिलहाल चेक गणराज्य की जेल में हैं. उन्हें अमेरिका में प्रत्यर्पित किया जा सकता है.


भारत को लेकर कई बार धमकियां दे चुका है आतंकी पन्नू


खालिस्तानी आतंकी पन्नू अमेरिका में रहता है और कई बार भारत को लेकर धमकियां दे चुका है. भारत ने जुलाई 2020 में नौ लोगों को आतंकी घोषित किया, उस सूची में सातवें नंबर पर पन्नू का नाम भी शामिल था. भारत ने जुलाई 2019 को यूएपीए के तहत पन्नू के संगठन पर प्रतिबंध लगाया था.


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