चंडीगढ़: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी (एसपी) का साथ देकर सफलता से उत्साहित बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) अध्यक्ष मायावती ने पहली बार बयान दिया है. उन्होंने पंजाब के चंडीगढ़ में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि पूंजीवादी पार्टियों को सत्ता में आने से रोकना होगा. मायावती ने कहा कि आरक्षण खत्म करने की साजिश रची जा रही है. ओबीसी आरक्षण पर भ्रम फैलाया जा रहा है. उन्होंने राज्यसभा से इस्तीफा दिये जाने पर कहा कि दलितों की आवाज दबायी गई इसलिए इस्तीफा दिया.

कांशीराम के जन्मदिवस पर चंडीगढ़ में एक जनसभा को संबोधित करते हुए मायावती ने कहा, ''अगर मैं देश की संसद में ही दलितों की बात नहीं रख सकती हूं तो यहां रहने का क्या फायदा, इसलिए राज्यसभा से इस्तीफा दिया था.'' उन्होंने कहा कि  सहारनपुर में जो हिंसा हुई उसे जानबूझकर बढ़ावा दिया गया.

मायावती ने प्राइवेट सेक्टर में आरक्षण लागू किये जाने की वकालत करते हुए कहा कि मोदी सरकार इसे पूरा नहीं कर रही है. उन्होंने कहा, ''देश में आरएसएस के एजेंडे को लागू करने की कोशिश हो रही है है.'' उन्होंने कहा, ''मोदी सरकार के राज में गरीबों, मुसलमानों और दलितों का उत्पीड़न हो रहा है. मोदी सरकार में ऊना कांड और रोहित वेमुला की घटना हुई.''

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कांशीराम के जन्मदिवस पर चंडीगढ़ में एक जनसभा को संबोधित करते हुए मायावती ने कहा कि पंजाब में जिन लोगों को पार्टी संगठन की जिम्मेवारी सौंपी गई है, वे भूल जाएं कि यूपी से कुछ मिलेगा. यहां के नेता यूपी में किसी पद के लालच में न रहें. उन्हें अपने दम पर ही पार्टी को खड़ा करना होगा.

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश लोकसभा उपचुनाव में एसपी ने बीएसपी की मदद से शानदार सफलता हासिल की है. और बीजेपी को फूलपुर और गोरखपुर में पटखनी दी. उपचुनाव में जीत के बाद अखिलेश यादव, मायावती से मिलने उनके आवास पर गए और धन्यवाद दिया.

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