नई दिल्ली: यूपी बोर्ड की परीक्षा छोड़ने वाले स्टूडेंट्स की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. इलाहाबाद में बोर्ड के हेडक्वार्टर से जारी आंकड़ों के मुताबिक़ अब तक सवा छह लाख से ज़्यादा स्टूडेंट्स परीक्षा छोड़ चुके हैं. अफसरों का दावा है कि नकल पर सख्ती की वजह से छात्र लगातार परीक्षा से तौबा कर रहे हैं. तीसरे दिन तक परीक्षा छोड़ने वालों की संख्या बढ़कर छह लाख 33 हजार पहुंच चुकी है. आंकड़ों के मुताबिक़ अब तक कुल 6,33,217 स्टूडेंट्स परीक्षा छोड़ चुके हैं. इनमे दसवीं क्लास के 3,79,782 और बारहवीं क्लास के 2,53,435 स्टूडेंट्स शामिल हैं.


आजमगढ़ जिले से छात्र परीक्षा छोड़ने में अव्वल


परीक्षा छोड़ने वालों में सबसे ज़्यादा आजमगढ़ जिले के स्टूडेंट्स हैं. आजमगढ़ में तीन दिनों में कुल 39 हजार से ज़्यादा छात्रों ने परीक्षा छोड़ी है. इसके अलावा देवरिया में 25 हजार, मऊ में 23 हजार और इलाहाबाद में 22 हजार स्टूडेंट्स ने ड्रॉपआउट किया है.


तीसरे दिन नकल करते पकड़े गए 182 छात्र


तीसरे दिन तक समूचे यूपी में 182 छात्रों को नकल करते हुए पकड़ा गया है. तीसरे दिन बस्ती जिले में एक ऐसे स्टूडेंट को नकल करते हुए पकड़ा गया है, जिसने गले में लटकी ताबीज में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस छिपा रखी थी. इसे सीसीटीवी में कैद तस्वीरों के आधार पर पकड़ा गया है. इसके अलावा इलाहाबाद के यमुनापार के जारी कस्बे में सामूहिक नकल करते हुए पांच लोगों को पकड़ा गया है.


बोर्ड अफसरों का दावा है कि इस बार नकल बिलकुल नहीं हो रही है. जो छात्र नकल करने की कोशिश कर रहे हैं वह फौरन पकड़े जा रहे हैं. सबसे ज़्यादा मदद सीसीटीवी कैमरों से मिल रही हैं. यूपी बोर्ड की सचिव नीना श्रीवास्तव का कहना है कि नकल पर नकेल कसने के योगी सरकार के सख्त संदेश की वजह से इतनी बड़ी तादात में छात्र परीक्षा देने से तौबा कर रहे हैं. उनका दावा है कि छिटपुट मामलों को छोड़कर तीसरे दिन भी समूचे यूपी में शांति के साथ परीक्षा हुई है.


66 लाख 37 हजार छात्रों को जारी किया गया था एडमिट कार्ड


यूपी बोर्ड की दसवीं और बारहवीं क्लास की परीक्षा के लिए इस बार 66 लाख 37 हजार छात्रों को एडमिट कार्ड जारी किए गए थे. बोर्ड के अफसरों का मानना है कि परीक्षा छोड़ने वाले छात्रों की तादाद अगले दस दिनों में दस लाख का आंकड़ा पार कर सकती है.