RK Singh On Free Electricity: केंद्रीय मंत्री आरके सिंह (RK Singh) ने चुनावों के दौरान की जानें वाली फ्री बिजली की घोषणाओं को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा है. आर के सिंह ने कहा कई राज्य कर्ज लेकर फ्री बिजली दे रहे हैं. मूल समस्या ये है कि जो राज्य फ्री यूनिट दे रहे हैं उनका राजस्व लोन चुकाने में ही चला जाता है.

  
आरके सिंह ने कहा, "फ्री बिजली के चक्कर में स्थिति ये हो गई है कि सरकार के पास कर्मचारियों को पैसे देने के लिए पैसे नहीं बचते हैं. सत्ता के लिए फ्री बिजली का ऐलान कर पार्टियां मौत उड़ाती हैं." बिजली को समस्या और स्टॉक पर उन्होंने कहा पहले हम डेफिसिट में थे लेकिन अब ऐसा नहीं है. 


बिजली के स्टॉक पर क्या बोले मंत्री?


केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने कहा, "अब हम विश्व में तीसरे पॉवर कंज्यूमर नहीं हैं. डिमांड 2,23,000 एमजी है पर आज हमने उत्पादन क्षमता जोड़ दी है और आज 4,16,000 उत्पादन क्षमता है. बिजली को देश के हर कोने से जोड़ दिया गया है. अब बिजली की कमी को कोई भी स्कोप नहीं है."


विपक्षी की बैठक पर क्या आर के सिंह?


उन्होंने कहा, मोदी सरकार ने 2 करोड़ 90 लाख घरों में बिजली पहुंचाने का काम किया है. बिलजी की उपलब्धता को हमने बढ़ाया है लेकिन अब फ्री बिजली का ऐलान करने वाले लोग राज्यों को ऋण के बोझ से दबाते जा रहे हैं. इसके अलावा विपक्षी दलों की बैठक को लेकर उन्होंने कहा नीतीश अपनी विफलताओं पर पर्दा डालने के लिए ये सब कर रहे हैं ताकि कोई सवाल न करे.


दरअसल, चुनाव के समय अक्सर ही देखने को मिलता है कि तमाम राजनीतिक दल जनता के बीच जाकर मुफ्त की चीजों का वादा करते हैं. फ्री बिजली, पानी, बस यात्रा, शिक्षा, इलाज की घोषणाएं अक्सर ही चुनावी वादों का हिस्सा रहती हैं. पीएम मोदी ने इसे 'रेवड़ी कल्चर' करार दिया था. 


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