इतने महान हैं कि पद्म पुरस्कार मिलना चाहिए- DPR का जिक्र कर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कसा तंज
Nitin Gadkari Bhopal Visit: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सड़क और पुलों का डीपीआर बनाने वाली कई कंपनियों पर तंज कसा और कहा कि कई लोग तो घर पर बैठकर ही गूगल से प्लान बना लेते हैं.
Nitin Gadkari Bhopal Visit: केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने सड़क और पुलों की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) बनाने वाली कई कंपनियों पर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि कई लोग तो घर पर बैठकर ही गूगल से प्लान बना लेते हैं. शनिवार (19 अक्टूबर, 2024) को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के रविंद्र भवन में हुए सेमिनार “सड़क और पुल निर्माण के क्षेत्र में उभरती नवीनतम प्रवृत्तियों और तकनीकों’’ के उद्घाटन के दौरान वह बोले कि डीपीआर बनाने वाले तो इतने महान लोग हैं कि इन्हें पद्म भूषण और पद्मश्री मिलना चाहिए क्योंकि इंजीनियरिंग के लिहाज से जितने गंदे काम हो सकते है वे करते हैं. घर में बैठकर ही गूगल प्लान तैयार कर लेते हैं. दो पैसे भले ही ज्यादा लो मगर परफेक्ट काम करो.
नितिन गडकरी ने सड़क और पुल निर्माण कार्य से जुड़े इंजीनियर्स को लेकर सवाल किया और कहा कि ये लोग परियोजना पर हस्ताक्षर करने से पहले साइट पर जाते है क्या? वे देखते है कि कहां मंदिर और मस्जिद आ रही है. पूरी रोड बना देते हैं और मंदिर के साथ मस्जिद सामने आने पर काम रोक देते हैं. फिर हमारे पास आते हैं कि इस रोड को कैसे आगे निकालें. इसका कारण वे गूगल पर देखकर प्लान बनाते हैं.
इससे पहले, केंद्रीय मंत्री गडकरी का भोपाल पहुंचने पर राज्य के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने स्वागत किया. गडकरी ने दो दिवसीय सेमिनार का शुभारंभ किया. सेमिनार का उद्देश्य प्रदेश में सड़क और पुल निर्माण की गुणवत्ता को बढ़ाने और नवीनतम तकनीकों से समयबद्ध और टिकाऊ अवसंरचना का विकास सुनिश्चित करना है. सरकारी और निजी क्षेत्रों के विशेषज्ञों को एक मंच पर लाकर अनुभवों और नवाचारों का आदान-प्रदान किया जाएगा. इससे प्रदेश की अवसंरचना परियोजनाओं को नई दिशा और मजबूती मिल सकेगी.
सेमिनार के दूसरे दिन 20 अक्टूबर को ईपीसी (इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट, कंस्ट्रक्शन) अनुबंधों की संरचना शेड्यूलिंग, अनुबंध निष्पादन में ठेकेदारों की भूमिका और सहायक अभियंताओं की भूमिका पर विस्तृत चर्चा होगी. इसमें अनुबंधों से जुड़े विवादों और चुनौतियों के समाधान पर भी विचार-विमर्श किया जाएगा. समापन सत्र में विभिन्न विशेषज्ञ और प्रतिनिधि पैनल चर्चा के माध्यम से सड़क और पुल निर्माण में नई तकनीकों के उपयोग पर अपने विचार रखेंगे.
यह भी पढ़ें- 'सिर्फ चुनावों से कोई...', अनशन पर बैठे एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक ने सरकार को दिखाया आईना, कह दी ये बात