चंडीगढ़ में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि, "अब तक टीकाकरण से कोई मौत नहीं हुई है.". बता दें कि स्वास्थ्य मंत्री ने ये बात सीएसआईआर-सीएसआईओ चंडीगढ़ में सेंटर फॉर एक्सीलेंस फॉर इंटेलिजेंट सेंसर्स एंड सिस्टम्स में मीडियाकर्मियों के साथ बातचीत के दौरान कही.  इस दौरान उन्होंने ये भी कहा कि, “मैं आपको बता दूं कि वैक्सीन के कोई साइड इफेक्ट्स नहीं हैं. जो थोडे बहुत छोटे मोटे हैं उनका प्रतिशत .000432 है. अब तक टीकाकरण से किसी की मृत्यु नहीं हुई है. जो भी मौत की सूचना है, उनकी विशेषज्ञों की एक टीम द्वारा जमीनी स्तर से राष्ट्रीय स्तर तक पूरी तरह से जांच की जाती है.


टीकाकरण का फीडबैक बहुत अच्छा है


इंडियन एक्सप्रेस में छपी रिपोर्ट के मुताबिक डॉ. हर्षवर्धन ने राष्ट्रीय स्तर पर टीकाकरण को लेकर फीडबैक के बारे में कहा कि, “टीकाकरण का फीडबैक  बहुत अच्छा है. आज सुबह तक केवल 4.5 करोड़ खुराक एडमिनिस्ट्रेटिड की गई है. हमने 76 देशों को 6 करोड़ खुराक भी दी है. इसलिए, यह सिर्फ हमारा अपना देश नहीं है बल्कि हम पूरी दुनिया की मदद कर रहे हैं, और वैक्सीन को प्रशासित करने का काम भी एक जन आंदोलन (जन आंदोलन) की तरह किया जा रहा है. अब तो झिझक भी कम हो गई है. हम लोगों को टीकाकरण कराने के लिए शिक्षित और प्रेरित करने के लिए अभियान भी चला रहे हैं.”


कोरोना की दूसरी लहर नहीं है


वहीं रिपोर्ट के मुताबिक क्या कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर ज्यादा वायरल है इस पर केंद्रीय मंत्री ने कहा, “आप ऐसा कह सकते हैं या इसे कोई भी नाम दे सकते हैं. लेकिन मुझे नहीं लगता कि यह दूसरी लहर है या कुछ और है, आप देख सकते हैं कि COVID 19 का ट्रीटमेंट ज्यादा मुश्किल काम नही है. ठीक से मास्क पहनने से बेहतर कुछ नहीं है. अगर मास्क ठीक से पहना जाए, तो वायरस का कोई संचरण नहीं होगा क्योंकि यह हवा में अधिक समय तक जीवित नहीं रहता है. अगर सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पहनकर इस चेन को काट दिया जाए तो हम कोरोना के ट्रांसमिशन को नियंत्रित करने में सक्षम हैं. आंकड़ों से भी पता चलता है कि COVID के सभी नियमों का पालन करने के बाद, अन्य वायुजनित बीमारियों में भी कमी आई है. जापान में लोग डेली रूटीन में भी इस बिहेवियर का पालन करते हैं. खुद को प्रदूषण से बचाने के लिए भी हम मास्क पहनते हैं.”


कोविड गाइडलाइंस का पालन जरूरी है


वहीं बढ़ते मामलों के मद्देनजर चंडीगढ़ प्रशासन को दिए गए किसी भी विशिष्ट सुझाव के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “चंडीगढ़ प्रशासन ही नहीं बल्कि यह सभी राज्यों के लिए है. प्रधानमंत्री की बैठक में भी सुझाव दिए गए थे. हम पिछले एक साल से COVID के खिलाफ इस लड़ाई में हैं. सभी राज्यों को सभी मानक संचालन प्रक्रियाएं या स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) भेजी गई हैं, सभी जानते हैं कि टेस्टिंग बढ़ाना होगा, ट्रैकिंग और शीघ्र उपचार करना होगा, और COVID- उपयुक्त व्यवहार का पालन करना होगा. ”


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