Uniform Civil Code: यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर देश में इस वक्त बहस छिड़ी हुई है. आम आदमी पार्टी और उद्धव गुट की शिवसेना जहां इसका समर्थन कर रही हैं तो वहीं कुछ पार्टियां ऐसी भी हैं जो यूसीसी का जमकर विरोध कर रही हैं. इस बीच राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने एक बार फिर पीएम मोदी पर निशाना साधा है. सिब्बल ने कहा, सबसे पहले प्रधानमंत्री को देश को बताना चाहिए कि यूसीसी के लिए क्या प्रस्ताव है और वह किन मुद्दों पर यूनिफॉर्मिटी चाहते हैं. 


कपिल सिब्बल ने आगे कहा, 'प्रधानमंत्री ने तो कह दिया है कि वो लागू करेंगे, क्या लागू करेंगे...बताए तो सही. विपक्ष भी इस बहस पर पड़े जा रहा है. जब तक कोई प्रस्ताव सामने नहीं आता तब तक बहस की शुरुआत कैसे होगी. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यूसीसी लागू होना चाहिए लेकिन यह नहीं कहा कि किन चीजों पर लागू होना चाहिए. लेकिन क्या लागू हो.. किस चीज पर लागू हो ये प्रधानमंत्री बताएंगे, लेकिन वो ऐसा नहीं कर रहे हैं.'



'जब तक प्रस्ताव सामने नहीं आता तब तक बहस की जरूरत नहीं'


राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने आगे कहा कि जब तक कोई प्रस्ताव सामने नहीं आता, तब तक बहस की जरूरत नहीं है. उत्तराखंड का सिविल कोड पूरे देश में लागू नहीं किया जा सकता है. लोगों को इस लॉ के बारे में पूरी जानकारी नहीं है, लेकिन इस पर चर्चाएं चल रही हैं.


पीएम मोदी के भोपाल में यूसीसी को लेकर दिए गए बयान के बाद कपिल सिब्बल ने सवाल किया कि उनका प्रस्ताव कितना समान है और क्या हिंदू, आदिवासी और पूर्वोत्तर सभी इसके दायरे में आते हैं. इसके अलावा सिब्बल ने सवाल उठाया था कि आखिर 9 साल बाद पीएम मोदी को ये बात क्यों याद आ रही है. 


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