पूरा देश आज जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में 14 फरवरी 2019 को एक आतंकवादी हमले के दौरान शहीद हुए 40 केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों को श्रद्धांजलि दे रहा है. लेकिन एक शख्स ऐसा भी है जिसने सभी पुलवामा शहीदों के घरों से मिट्टी जमा की है और वह इस मिट्टी से स्मारकर बनवाएगा. ये शख्स हैं उमेश गोपीनाथ जाधव.  पुलवामा अटैक ने उन्हें झकझोर कर रख दिया था और उन्होंने ठान लिया था कि शहीदों के सम्मान के लिए वे कुछ अलग करेंगे. उन्होंने ठान लिया कि वे शहीद हुए जवानो के घरों की मिट्टी से स्मारक बनवाएंगे.


9 अप्रैल 2019 को कार से शुरू की यात्रा


अपने इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए बेंगलुरु के उमेश गोपीनात जाधव ने शहीदों के घरों से मिट्टी जमा करना शुरू कर दिया. वे बताते हैं कि ‘मैं शहीदों के परिजनों से मिला, उनकी दुआएं लीं, उनके घरों और शमशान से मिट्टी ली.’ इसके लिए उन्होंने 9 अप्रैल 2019 को अपनी कार से देश के 28 राज्यों और 9 केंद्र शासित प्रदेशों की यात्रा पर निकल पड़े. 9 अप्रैल 2021 को गुजरात के कच्छ के रन में वे अपनी इस यात्रा का समापन करेगें.


9 अप्रैल 2021 करेंगे यात्रा का समापन


उमेश गोपीनाथ जाधव ने भारत के पहले देशभक्तिपूर्ण रोड ट्रिप, नॉन स्पॉन्सर अपोलिटिकल की शुरुआत की थी. इस दौरान उन्होंने 74 हजार किलोमीटर की यात्रा की. कोरोना महामारी की वजह से उन्होंने 15 मार्च से अपनी यात्रा रोक दी थी. लेकिन उन्होंने 21 अक्टूबर से 9 अप्रैल 2021 तक फिर से अपनी यात्रा शुरू कर दी है. वे बताते हैं कि उन्हें अपने मकसद को पूरा करने के लिए एक लाख 20 हजार किलोमीटर की यात्रा तय करनी है.



जाधव के परिवार को उन पर नाज


उमेश म्यूजिशियन हैं और साल 2019 में वह म्यूजिक कॉन्सर्ट के बाद अपने घर वापस लौट रहे थे. उस समय जब वह जयपुर एयरपोर्ट पर थे तब उन्होंने सीआरपीएफ काफिले पर हुए हमले की खबर टीवी पर देखी. तभी उन्होंने कुछ करने का फैसला कर लिया था. वे बताते हैं कि कई जवानों के परिवारों को तलाश करने में मुश्किल हुई थी लेकिन हर मुश्किल पार हो गई और अब सभी 40 जवानों के घर की मिट्टी मिल चुकी है. वे होटल का खर्चा नहीं उठा पाते थे और इसलिए कार में ही सोते थे. जाधव की पत्नी और बच्चों को भी उन पर गर्व है.


भारत ने पीओके में घुसकर की थी सर्जिकल स्ट्राइक


बता दें कि पुलवामा आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे. कश्मीर के पुलवामा में जैश-ए-मोहम्मद के एक फिदायीन आतंकी दस्ते ने सीआरपीएफ के काफिले पर हमला किया था. जिसके बाद भारत ने पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया और जवानों का बदला लिया था. पुलवामा के शहीदों को आतंकियों ने जिस कायराना तरीके से मौत के घाट उतार दिया गया उसकी पूरे देश ने निंदा की थी. देश में आक्रोश देखा गया और गुस्से की एक लहर पूरे देश ने महसूस की.


ये भी पढ़ें


जम्मू: पुलवामा हमले में शहीद 40 जवानों की बरसी पर एकजुट जम्मू संगठन ने किया हवन पूजन, दी श्रद्धांजलि


चेन्नई में PM मोदी ने स्वदेशी टैंक सेना को सौंपा, मेट्रो रेल फेज-1 एक्सटेंशन का भी उद्घाटन किया