जम्मू के उधमपुर जिले में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच शुक्रवार शाम (19 सितंबर) को हुई फायरिंग के बाद शनिवार सुबह (20 सितंबर) इलाके में सर्च ऑपरेशन फिर से शुरू किया गया. यह कार्रवाई डूडू बसंतगढ़ इलाके में की जा रही है.
शुक्रवार की घटना में एक सुरक्षा जवान घायल हुआ था. सुरक्षा बलों ने आतंकियों को पकड़ने और इलाके को साफ करने के लिए व्यापक अभियान चलाया है. अभी तक आतंकियों की संख्या और स्थिति का पता नहीं चल पाया है. स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां पूरे इलाके में निगरानी बढ़ा दी हैं और नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की गई है. सर्च ऑपरेशन जारी है और सुरक्षा बल इलाके में शांति बहाल करने के लिए पूरी तरह सतर्क हैं.
जम्मू के आईजीपी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर जानकारी दी कि एसओजी, पुलिस और सेना का संयुक्त अभियान किश्तवाड़ में चल रहा है. अधिकारियों के अनुसार, खुफिया एजेंसियों ने शुक्रवार को सूचना दी थी कि इलाके में आतंकवादी छिपे हुए हैं. कई घंटे तक तलाशी के बाद शाम 8 बजे मुठभेड़ शुरू हुई.
26 जून को डूडू-बसंतगढ़ के जंगल में हुई मुठभेड़ में हैदर नाम के आतंकवादी को ढेर किया गया था. वह जैश-ए-मोहम्मद का शीर्ष कमांडर था और पिछले चार साल से इस इलाके में एक्टिव था. इसके अलावा, 25 अप्रैल को बसंतगढ़ इलाके में आतंकियों से मुठभेड़ में एक सेना का जवान शहीद हुआ था.
खुफिया तलाशी में बरामद हुए चीनी हैंड ग्रेनेड
इसी बीच, जम्मू-कश्मीर पुलिस की काउंटर-इंटेलिजेंस यूनिट ने कश्मीर घाटी के सात जिलों- श्रीनगर, बारामूला, अनंतनाग, कुपवाड़ा, हंदवाड़ा, पुलवामा और शोपियां में आतंकवाद से जुड़े मामलों के सिलसिले में गहन तलाशी अभियान चलाया.
तलाशी के दौरान, पुंछ सेक्टर में सुरक्षा बलों ने बड़ी संख्या में हथियार बरामद किए, जिनमें 20 चीनी हैंड ग्रेनेड शामिल थे. खुफिया सूत्रों के अनुसार, आतंकियों ने हथियारों की यह खेप हाल ही में छिपाई थी और इसका उद्देश्य घाटी के अंदर आतंकवादी गतिविधियों के लिए उन्हें स्थानांतरित करना था. समय पर मिली खुफिया जानकारी ने इस साजिश को नाकाम कर दिया. तलाशी के दौरान कुछ डिजिटल उपकरण और दस्तावेज़ भी बरामद किए गए, जो आतंकवाद से जुड़े सबूत के रूप में महत्वपूर्ण हैं.
ये भी पढ़ें-