Andhra Pradesh News: तमिलनाडु-केरल सीमा से जुड़े जिलों में थेनी जिला महत्वपूर्ण रास्ते के रूप में जाना जाता है. केरल राज्य जाने के लिए थेनी जिले से तीन मुख्य पहाड़ी रास्ते हैं. इनमें बोडी नायक्कनूर से बोडी मेट्टू रास्ते, कंबम से कंबम मेट्टू रास्ते और कुमिली पहाड़ी रास्ते शामिल हैं. इन रास्तों के जरिए ही अधिकांश भक्त सबरीमाला अयप्पन मंदिर पहुंचते हैं. अगले महीने मंदिर में आयोजित होने वाली मंडल पूजा को ध्यान में रखते हुए, इन रास्तों पर भक्तों और यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ रही है.
पुलिस ने दर्ज किया मामला
हाल ही में एक दुखद हादसा सामने आया. आंध्र प्रदेश के वागईपालयम निवासी नरेशकुर्ला (32) अपने पिता वेणु (55), बेटे साधुर्या (9) और साथी मुनि तेजा (28) के साथ दो दिन पहले सबरीमाला अयप्पन मंदिर गए थे. दर्शन के बाद लौटते समय आज शाम पेरियाकुलम के पास वदुगपट्टी बाईपास पर उनकी कार नियंत्रण खोकर सड़क किनारे बने बैरियर दीवार से टकराई और खाई में गिर गई. इस हादसे में नरेशकुर्ला की मौके पर ही मौत हो गई. रास्ते में ही उनके पिता वेणु की भी मृत्यु हो गई. मुनि तेजा गंभीर रूप से घायल हैं और उनका गहन उपचार चल रहा है. घटना के बाद पेरियाकुलम तेंकरई पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
भीड़ की वजह से होती हैं घटना
हालांकि, इस रास्ते पर बड़ी डेली संख्या में भक्त अयप्पन मंदिर और मुरुगन मंदिर में माला पहनकर दर्शन करने आते हैं. रास्ते पर वाहन और श्रद्धालुओं की भीड़ होने के कारण दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है. स्थानीय लोग और भक्त सड़क सुरक्षा के लिए सड़क के दोनों किनारों पर स्ट्रीट लाइट लगाने की मांग कर रहे हैं. इससे न केवल यात्रियों की सुरक्षा बढ़ेगी, बल्कि पहाड़ी रास्तेों पर होने वाले हादसों को रोका जा सकेगा.
तेनी जिले का यह पहाड़ी रास्ते सबरीमाला यात्रा के लिए महत्वपूर्ण होने के साथ-साथ खतरे से भी भरा हुआ है. आने वाले समय में प्रशासन और राजरास्ते विभाग को आवश्यक कदम उठाने होंगे, ताकि श्रद्धालुओं की यात्रा सुरक्षित और आरामदायक हो सके.