बेंगलुरु: कर्नाटक में सत्तारूढ़ कांग्रेस और जेडीएस की लाख कोशिशों के बावजूद उसकी मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है. आज कांग्रेस के दो और विधायकों एम टी बी नागराज और के. सुधाकर ने विधानसभा अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंप दिया. दोनों ने राज्यपाल वजुभाई वाला से भी मुलाकात की. इन दो विधायकों के इस्तीफे के बाद बागी विधायकों की संख्या 16 हो गई है. इसके अलावा दो निर्दलीय विधायक भी हैं जिन्होंने कर्नाटक में मंत्री पद से इस्तीफा दिया है. यानि कुल 18 विधायकों ने मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी सरकार से समर्थन वापस लिया है.
टी बी नागराज और के. सुधाकर मंगलवार को कांग्रेस विधायक दल की बैठक में नहीं पहुंचे थे और दोनों ने तबीयत खराब होने की वजह बताई थी. उसके बाद से ही इन दो विधायकों के इस्तीफे की अटकलें लगाई जा रही थी.
अब विधानसभा की मौजूदा स्थिति क्या है? 224 सदस्यों वाली कर्नाटक विधानसभा में कांग्रेस और जेडीएस सरकार को 116 (कांग्रेस-78, जेडीएस 37 और बीएसपी 1) विधायकों का समर्थन हासिल है. लेकिन 18 विधायकों का अगर इस्तीफा विधानसभा स्पीकर ने मंजूर कर लिया तो कर्नाटक की सरकार अल्पमत में आ जाएगी. पिछले कुछ दिनों में कांग्रेस के 13, जेडीएस के तीन और दो निर्दलीय ने इस्तीफा दिया है. कर्नाटक विधानसभा में बीजेपी के 107 विधायक हैं और बहुमत के लिए 113 विधायकों की जरूरत होती है.
आज कर्नाटक का सियासी नाटक मुंबई में भी दिखा. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कर्नाटक जल संसाधन मंत्री डी के शिवकुमार मुंबई पहुंचे और जिस होटल में बागी विधायक ठहरे हैं उस होटल में जाने की कोशिश की. पुलिस ने शिवकुमार को होटल में जाने से रोक दिया और उन्हें हिरासत में ले लिया. कांग्रेस-जेडीएस के 12 बागी विधायक मुंबई के पवई में स्थित आलीशान होटल में ठहरे हैं.
कर्नाटक के मंत्री डीके शिवकुमार को मुंबई पुलिस ने हिरासत में लिया, बागी विधायकों से भी नहीं मिल पाए
कर्नाटक में चल रहा राजनीतिक संकट सुप्रीम कोर्ट भी पहुंचा है. कांग्रेस और जेडीएस के 10 बागी विधायकों ने शीर्ष अदालत में एक याचिका दायर की. इन विधायकों ने याचिका में विधानसभा अध्यक्ष पर जानबूझ कर उनके इस्तीफे स्वीकार नहीं करने का आरोप लगाया है.