श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती के बयान से नाराज उनकी पार्टी के तीन नेताओं ने इस्तीफा दे दिया है.

पीडीपी नेता टीएस बाजवा, वेद महाजन और हुसैन ए वफ़ा ने इस्तीफा दिया है. तीनों नेताओं ने पत्र में कहा है कि पार्टी मुखिया के कुछ फैसलों से वो कुछ दिनों से अपने आप को असहज महसूस कर रहे थे. खासकर तब जब उन्होंने देशभक्ति की आहत करने वाली बयानबाजी की है.

पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने 14 महीने की नजरबंदी से रिहा होने के बाद पहली बार संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि वह तिरंगा तभी थामेंगी जब पूर्ववर्ती राज्य का झंडा बहाल हो जाएगा.

मुफ्ती ने शुक्रवार को कहा कि जब तक जम्मू-कश्मीर को लेकर पिछले साल पांच अगस्त को संविधान में किए गए बदलावों को वापस नहीं ले लिया जाता, तब तक उन्हें चुनाव लड़ने अथवा तिरंगा थामने में कोई दिलचस्पी नहीं है.

उनके इस बयान की चौतरफा आलोचना हो रही है. बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि महबूबा मुफ्ती की यह टिप्पणी राष्ट्रीय ध्वज की शुचिता का ‘घोर अपमान’ है कि जब तक कश्मीर का ध्वज बहाल नहीं हो जाता, तब तक वह तिरंगा नहीं उठाएंगी.