नई दिल्ली: देश में राष्ट्रवाद और देशभक्ति को लेकर बहस का माहौल बना हुआ है. इस माहौल में सोशल मीडिया पर कई मैसेज, तस्वीरें और वीडियो वायरल हो रहे हैं. ऐसा ही एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. इस वीडियो के साथ दावा है कि ये वीडियो अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के एक नेता का है जो अपनी फैकल्टी के डीन से गलत भाषा और बेहद बदतमीजी से बात कर रहा है. दावा है कि बीजेपी की छात्र इकाई एबीवीपी के नेता ने अपने कॉलेज के डीन से गुंडों की तरह बात की. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के जरिए आरोप ये है कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नेता सतेंद्र अवाना ने ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया जो शालीनता और मर्यादा के खिलाफ हैं. दरअसल ये पूरा मामला चर्चा में इसलिए है क्योंकि शहीद की बेटी गुरमेहर कौर के मुद्दे पर दिल्ली यूनिवर्सिटी और देश दो पालों में बंटा नजर आ रहा है एक तरफ गुरमेहर के समर्थक हैं और दूसरी तरफ गुरमेहर के विरोधी हैं. एबीपी न्यूज़ ने वायरल वीडियो की पड़ताल की. पड़ताल में सबसे पहले ये जानने की कोशिश की कि वीडियो में जो शख्स दिख रहा है वो वाकई एबीवीपी का नेता सतेंद्र अवाना है भी या नहीं? ये जानने के लिए हमने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के विरोध प्रदर्शन की तस्वीरें खंगाली. वो प्रदर्शन जो वामपंथियों के खिलाफ है. एबीवीपी डीयू बचाओ के नाम से मार्च निकाल रहा है. इनमें से एक तस्वीर में सतेंद्र अवाना दिखाई दिए जो बाइट दे रहे थे. वायरल तस्वीर और पड़ताल में सामने आयी तस्वीर एक ही सख्स की निकली. वीडियो की और पुख्ता जांच के लिए एबीपी न्यूज़ दिल्ली यूनिवर्स्टी की लॉ फैकल्टी पहुंची क्योंकि दावे के मुताबिक सत्येंद्र अवाना ने लॉ फैकल्टी की डीन से बदतमीजी की थी. लॉ फैकल्टी की डीन वेद कुमारी दिल्ली से बाहर थीं. हमें जानकारी मिली कि वो गुरुवार को शहर वापस आ चुकी हैं तो हमने दोबारा उनसे संपर्क करने की कोशिश की. चार घंटे तक एबीपी न्यूज ने उनका इंतजार किया लेकिन उनकी व्यवस्तता की वजह से बात नहीं हो पाई. प्रोफेसर वेद कुमारी ने एबीपी न्यूज़ से फोन पर कहा, ''ये वीडियो 16 दिसंबर का है और जब ये घटना घटी तो उन्होंने इसकी शिकायत दिल्ली पुलिस से भी की थी. ये शिकायत उन्होंने पुलिस कमिश्नर के पास दर्ज कराई थी लेकिन आज तक उस पर एफआईआर दर्ज नहीं हो सकी. प्रोफेसर वेदकुमारी ने नाराजगी जताते हुए कहा कि आप ये पुलिस से क्यों नहीं पूछते कि पुलिस कमिश्नर के पास शिकायत दर्ज कराने के बाद भी एफआईआर क्यों नहीं की गई.'' इसके बाद हमने इस पूरी कहानी के दूसरे सबसे जरूरी चेहरे सतेंद्र अवाना से संपर्क किया. हमने संतेद्र अवाना से यही सवाल पूछा कि आपने अपने डीन से इस तरह बात की थी या नहीं? सतेंद्र अवाना ने बताया, ''पूरा वीडियो पांच मिनट पैंतीस सेकेंड का है लेकिन जो वीडियो वारयल हो रहा है वो एक मिनट तीस सेकेंड का है. ये तीन महीने पुराना वीडियो है. एडमिट कार्ड को लेकर मुद्दा था. 600 छात्रों को डिटेन कर दिया गया था, कॉलेज से निकाल रहे थे. इसके खिलाफ छात्र प्रोटेस्ट कर रहे थे. इसमें मैम वेद कुमारी ने कोई सहयोग नहीं किया. हम लोग जब पहुंचे तो हमारे साथ भी बदतमीजी हुई. मुझे उस वक्त जो सही लगा वो किया. मैं मानता हूं कि मैं थोड़ा आक्रामक हो गया था जो कि गलत था. लेकिन उस वक्त वो परिस्थिति की डिमांड थी.'' एबीपी न्यूज की पड़ताल में सामने आया कि ये मामला दिसंबर 2016 का है. जब लॉ फैकल्टी के छात्र एडमिट कार्ड के मुद्दे पर प्रदर्शन कर रहे थे. लॉ फैकल्टी के डीन पर आरोप है कि उन्होंने ना केवल छात्रों की बातों को अनसुना किया बल्कि उनसे असंवेदनशील तरीके से पेश आईं. एबीवीपी के छात्र नेता सतेंद्र अवाना 2015-16 के दौरान डूसू के अध्यक्ष रहे हैं और फिलहाल लॉ फैकल्टी में फर्स्ट इयर के छात्र हैं जो बाकी छात्रों का नेतृत्व कर रहे थे. सतेंद्र अवाना मान रहे हैं कि बदसलूकी के बाद वो आक्रामक हो गए थे लेकिन छात्रों से बदसलूकी का जवाब था, एबीपी न्यूज की पड़ताल में वायरल वीडियो सच साबित हुआ है.