इस हफ्ते की शुरुआत में दो ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनी पी वी सिंधु ने मार्केटिंग उद्देश्यों के लिए अपने नाम और तस्वीरों के अनाधिकृत उपयोग के लिए कुछ बड़े ब्रांड्स और कंपनियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने पर विचार कर रही हैं. इन कंपनियां में हैप्पीडेंट-निर्माता पेर्फेटी वैन मेले, विक्स-निर्माता पीएंडजी, पान बहार, अपोलो अस्पताल और आदित्य बिड़ला समूह शामिल है.

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इकॉनोमिक टाइम्स के मुताबिक, पीवी सिंधु के सभी कॉमर्शियल डील्स को देखने वाली स्पोर्ट्स मार्केटिंग एजेंसी बेसलाइन वेंचर्स (Baseline Ventures) उनके आधार पर कानूनी नोटिस भेजेगी और सभी कंपनियों से 5-5 करोड़ रुपये हर्जाने की मांग करेगी. बेसलाइन वेंचर्स के प्रबंध निदेशक (एमडी) तूहिन मिश्रा ने इस बारे में बिना ज्यादा जानकारी देते हुए इस खबर की एबीपी न्यूज़ से पुष्टि की है.

एक तरफ जहां कई फैन्स और जाने-माने उद्योगपति और कंपनियां सोशल मीडिया पर पीवी सिंधु को उनकी इस जीत पर बधाई दे रहे थे, तो वहीं ये ब्रांड्स अपने लोगो और ब्रांड्स के नाम का इस्तेमाल पीवी सिंधु की तस्वीर के साथ कर रहे थे. इसे मोमेन्ट मार्केटिंग (moment marketing) के तौर पर जाना जाता है.

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मार्केटिंग विशेषज्ञों के अनुसार, ब्रांड्स इस तरह के आयोजनों के आसपास संचार और विपणन संपार्श्विक विकसित करके चल रही घटनाओं को भुनाने के लिए चल रही बातचीत में प्रवेश करते हैं. जब कानूनी कार्रवाई के विकल्पों पर जानना चाहा तो कैपस्टोन लीग के मैनेजिंग पार्टनर आशीष कुमार सिंह ने एबीपी न्यूज़ से बताया कि "पंजीकृत ट्रेडमार्क के उल्लंघन के लिए, ट्रेडमार्क अधिनियम की धारा 134 के तहत मुकदमा दायर किया जा सकता है.”

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